BILASPUR NEWS. जिले के मस्तूरी ब्लॉक के बेलटुकरी गांव के एक सरकारी प्राथमिक स्कूल से शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहाँ के दो शिक्षक—दिलीप तिग्गा और सुभद्रा साहू—पढ़ाने की बजाय मोबाइल चलाते और नेटवर्क मार्केटिंग में व्यस्त नजर आए। क्लास में बच्चों की मौजूदगी के बावजूद दोनों टीचर कभी मोबाइल देखते, तो कभी कुर्सी पर झपकी लेते दिखे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।

ग्रामीणों का कहना है कि दोनों शिक्षकों की लापरवाही के कारण बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। माता-पिता ने कई बार शिकायत की, लेकिन विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का आरोप है कि स्कूल के हेडमास्टर गणेशराम मिरी दोनों शिक्षकों का संरक्षण कर रहे हैं, जिसके चलते जांच आगे नहीं बढ़ पा रही।

बताया जा रहा है कि हेडमास्टर गणेशराम मिरी खुद भी पहले लापरवाही के चलते निलंबित हो चुके हैं, फिर भी उसी संकुल में बहाल कर सेवा ली जा रही है। हेडमास्टर पर आरोप है कि वे दोनों की उपस्थिति दर्ज कर वेतन बनाना जारी रखे हुए हैं। इससे ग्रामीणों और पैरेंट्स में भारी आक्रोश है।

गूगल से पढ़ाते हैं बच्चों को
जब मामले में शिक्षक दिलीप तिग्गा से सवाल किया गया, तो उन्होंने मोबाइल इस्तेमाल को सही ठहराते हुए कहा— “हम गूगल से जानकारी लेकर बच्चों को पढ़ाते हैं।” वहीं हेडमास्टर ने मामले में जानकारी न होने की बात कहकर गोलमोल जवाब दिया।

विकासखंड शिक्षा अधिकारी शिवराम टंडन ने कहा है कि स्कूल का निरीक्षण किया जाएगा और दोषी पाए जाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीणों का कहना है कि जब शिक्षक ही मोबाइल में बिजी रहेंगे, तो बच्चों के भविष्य का क्या होगा? स्कूल के बाहर “सब पढ़ें-सब बढ़ें” का नारा तो चमकता है, लेकिन अंदर “नेटवर्क मार्केटिंग की क्लास” चल रही है।




































