JASHPUR. एक महिला नदी से नहा कर घर आ रही थी इसी बीच सामने आ रहे हाथियेां से उसका सामना हो गया। महिला इस कदर डर गई कि महिला की वहीं पर मौत हो गई।
बताया जार रहा है कि ग्रामीणों द्वारा जंगल में आग लगाए जाने से हाथी दल से बिछड़ गए हैं और इधर उधर उत्पात मचा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग पर हाथियों को भगा नहीं पाने के आरोप भी लगा रहे हैं।
मामला तपकरा वन परिक्षेत्र का है, जहां 16 हाथियों के दल ने बीते 3 दिन से अगल-बगल के गांव में जमकर उत्पाद मचाया है । तपकरा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव भेलवा सागजोर में 16 हाथियों के दल ने उत्पात मचाया है।
जहां हाथियों के दल को भगाने के लिए ग्रामीणों ने जंगलों के बीच में आग लगा दी जिसके बाद हाथी दल से बिछड़ गए और हाथियों का सामना नदी से नहा कर आ रही एक महिला से हो गया। जिसके बाद महिला की हाथियों को आमने-सामने देखकर डर की वजह से मौत हो गई ।
वहीं मामले पर ग्रामीणों ने वन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग हाथियों को भगाने में नाकाम है । लेकिन वन विभाग का कहना है कि हाथियों की लोकेशन के आधार पर लगातार गस्त की जा रही है।
और हाथियों को भगाने का भी प्रयास किया जा रहा है । अक्सर यह भी देखा जा रहा है कि महुआ उठाने के लिए ग्रामीण अक्सर पेड़ों के अगल-बगल आग लगा रहे हैं। जिसके बाद आग की लपेट जंगलों तक फैल जा रही है। जिससे वन संपत्ति जलकर खाक हो रही है व वन में विचरण कर रहे जानवर भूख की तलाश में गांव की तरफ आने में मजबूर हो जा रहे हैं ।
फिलहाल वन विभाग की समझाईस के बाद भी ग्रामीण महुआ की फसल उठाने के लिए आग लगाने से बाज नहीं आ रहे । इसका खामियाजा वन संपत्ति को जलते देखा जा रहा है। साथ ही जंगलों में विचरण कर रहे हाथी भोजन की तलाश में गांव एवं रोड में प्रवेश कर रहे है। जिसकी वजह से घटनाएं दिन पर दिन बढ़ रही हैं ।