GARIYABAND NEWS. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां अतिक्रमण हटाने पहुंचे वन कर्मियों पर ग्रामीणों ने जान लेवा हमला किया है। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने वन कर्मियों को घंटो तक बंधक बनाए रखा। इस घटना की जानकरी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अभी वन कर्मियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया।
मिली जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला परसूली के सोहागपुर बिट का है। यहां वन कर्मियों की एक टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी और ग्रामीण इसी बात से नाराज हो गए। ग्रामीणों ने डिप्टी रेंजर समेत वन कर्मियों पर लाठी, कुल्हाड़ी के बैट से हमला कर दिया। इस हमले में वनकर्मी घायल हुए हैं। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने हमला करने के बाद डिप्टी रेंजर समेत 5 वन कर्मियों को बंधक बना लिया।
इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और वन कर्मियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया। पुलिस की टीम ने सभी वन कर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा है। वहीं पुलिस की टीम वन कर्मियों पर हमला करने वालों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गई है।
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बता दें कि राजनांदगांव के मोहड़ गांव में अवैध रेत उत्खनन की जानकारी पर ग्रामीण पहुंचे और विरोध करने लगे, माफियाओं ने फायरिंग कर दी थी। इससे एक युवक पर गोली चला दी और दो अन्य ग्रामीणों के साथ मारपीट की। गोली युवक रोशन मंडावी के गले को छूते हुए निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही अन्य दो घायलों का भी इलाज चल रहा है।