RAIPUR NEWS. केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का निर्देश दिया है। जिसके बाद से सभी राज्यों में कार्रवाई शुरू हो गई है। छत्तीसगढ़ में भी पाकिस्तानियों के वीजा पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि सभी शॉर्ट वीजा निरस्त हो गया है। सभी पाकिस्तानियों को वापस जाना ही पड़ेगा। केंद्र सरकार का यह निर्णय है।
वहीं डिप्टी CM अरुण साव ने कहा केंद्र के निर्देशों का पालन छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है। पाकिस्तानी हिंदुओं की समस्याओं पर साव ने कहा वे अपनी समस्या भारत सरकार के संज्ञान में लाए। केंद्र के हिसाब से कार्यवाही होगी।
वहीं आतंकी हमले पर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किया जा रहा है।आतंकियों के कब्र खोदे जाएंगे। उन्होंने कहा पहलगाम में धर्म पूछ कर निर्दोषों को मारा गया। आतंकी हमले पर कांग्रेस राजनीतिक रोटी न सेके। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं की छद्म मानसिकता है।
इसी कड़ी में राजधानी रायपुर पहुंचे पाकिस्तानी हिंदूओं ने वर्तमान परिस्थिति के संदर्भ में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा से मदद की आस में मुलाकात की है। इसपर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पाक पीड़ित लोगों के बारे में केंद्र से दिशा निर्देश लेकर यथासंभव उनकी मदद की जाएगी।
गौरतलब है कि, पकिस्तान में आज हिन्दुओं की आबादी कुल आबादी का 3 फीसदी से भी कम है। इस्लामिक देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार किसी से छिपे नहीं हैं। भारत में मुसलमानों के साथ अन्याय की बात कहने वाले पकिस्तान में अब नाम के लिए ही केवल हिन्दू बच गए हैं। यही हाल अन्य अल्पसंख्यकों जैसे कि सिख और ईसाई जैसे धर्म का पालन करने वालों का भी है। अल्पसंख्यक समुदाय की बहू-बेटियों को अगवा कर उनका क़त्ल और बलात्कार, जबरन शादी करने जैसी खबरें आये दिन सुनने को मिलती हैं।
इन्हीं सब अत्याचारों से तंग आकर भारत मे शरण की आशा से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कड़े एक्शन के बाद सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़कर वापस पाक जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि, यह आदेश पाकिस्तान से भारत आये हिन्दू शरणार्थियों को राहत दी गई है। भारत के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय पहले से जारी किए गए लॉन्ग टर्म वीजा (एलटीवी) पर लागू नहीं होगा।
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विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों को पहले से जारी एलटीवी वीजा मान्य और प्रभावी बने रहेंगे। इन वीजा को रद्द करने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। सरकार ने यह रुख मानवीय आधार पर अपनाया है, जो वर्षों से पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न झेल रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं को भारत में शरण देने की नीति का हिस्सा है।
दरअसल, यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद वीजा सेवाएं पूरी तरह से बंद किए जाने की घोषणा से भ्रम फैल गया था। हालांकि, विदेश मंत्रालय की इस ताजा स्पष्टता से हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों और उनसे जुड़ी मानवाधिकार संस्थाओं को राहत मिली है, जो आशंका जता रही थीं कि एलटीवी रखने वाले लोग भी इस निलंबन के दायरे में आ जाएंगे।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा कि, सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को पहले जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद्द माना जाएगा। एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ना होगा।