BHILAI. सर्दी के मौसम में कई इंफेक्शन्स के साथ हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या भी बढ़ने लगती है। वैसे तो इस समस्या का कोई दायरा नहीं है पर यह समस्या खासतौर पर महिलाओं और बुजुर्गों में देखने को मिलती है। हड्डियों में होने वाले दर्द से बचने या सही इलाज के लिए जरूरी है डॉक्टर की सलाह। डॉक्टर द्वारा बताई गई सही दवा और सही खानपान से किसी भी बिमारी का निवारण हो सकता है।
डॉक्टर दीपक से मिली जानकारी के अनुसार, जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है वैसे ही लोगों में जोड़ों के दर्द की परेशानियां भी बढ़ने लगती है। इसका कारण है सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन का न हो पाना। ठंड के मौसम में लोगों की फिज़िकल एक्टिविटी भी गर्मियों के मुकाबले काफी कम होती हैं। इस वजह से हड्डी अकड़ने के साथ कमज़ोर हो जाती है। ठंड के मौसम में पर्याप्त मात्रा में धूप लेना हड्डियों के दर्द से निजात दिला सकता है।विटामिन-डी हड्डियों की सेहत के लिए लाभकारी होता है। जो लोग सर्दियों में धूप नहीं सेंकते हैं या कम फिजिकल एक्टिविटी करते हैं उनमें यह समस्या और अधिक बढ़ने लगती है। दिनभर में 15 से 20 मिनट की पर्याप्त धूप अवश्य लें। आइए स्पर्श हॉस्पिटल भिलाई के हड्डी रोग विशेषज्ञ और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर दीपक वर्मा से जानते है हड्डियों में दर्द से बचाव के लिए कुछ टिप्स।
ये भी आजमाएं
बैलेंस डाइट –
हड्डियों की सेहत बनाए रखने के लिए ज़रूरी है सही खान–पान भी काफी जरूरी है। विटामिन-डी और कैल्शियम हड्डियों को मज़बूती देते हैं। खाने में ऐसी चीज़ें जरूर लें जो विटामिन-डी, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन-सी, प्री-बायोटिक और विटामिन-के से भरपूर हों। इसके साथ ही ठंड में शरीर को गर्म रखने वाली चीजें जैसे– गुड़, सोंठ, हल्दी, काली मिर्च, आदि भी जरूर खाएं।
पॉश्चर का रखें ध्यान –
कामकाजी लोगों को अक्सर पीठ और कमर में दर्द की समस्या बनी रहती हैं इसका कारण है आपका गलत पॉश्चर। ऑफिस में घंटों एक ही कुर्सी पर बैठे रहने से आपके कमर की हड्डी पर जोर पड़ता है जिससे दर्द होने लगता है। बेहतर है की हर कुछ घंटों के बाद आप एक ब्रेक ले और थोड़ा टहलना शुरू करें। इसके अलावा रात में सोते वक्त भी ध्यान रखें की आप किस पॉश्चर में सो रहें हैं। सुबह उठकर हल्की–फुल्की स्ट्रेचिंग जरूर करें।
गर्म तेल से मालिश –
उम्र बढ़ने के साथ ही हड्डियों में दर्द भी बढ़ने लगता है। ऐसे में लोगों को समय-समय पर गर्म तेल से मालिश भी करनी चाहिए। गर्म तेल की मालिश से हड्डियों को गर्माहट मिलती है। इससे नसों की सिकुड़न कम होती है और रक्त संचार सही होते ही दर्द से राहत मिलने लगती है। इसके साथ ही योग और व्यायाम करने से हड्डियों को गर्माहट मिलती है।