BALOD NEWS. जिले के वनांचल क्षेत्र डोंडी ब्लॉक ग्राम केशवपुर के लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। ये गुहार सुरक्षा या किसी तरह से योजना का लाभ लेने के लिए नहीं बल्कि अपनी वन पट्टे की जमीन की कटौती करने पर लगाई है। बताया जा रहा है वहां पर ग्रामीणों को वन पट्टे के तहत पहले अधिक जमीन दी गई थी लेकिन अब प्रशासन उस जमीन के कटौती करते हुए उसे छीन रही है। इससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। बरसों से जिसे अपना मानकर रह रहे थे उसमें से कटौती करने पर उनकी परेशानी बढ़ेगी। इसी वजह से उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है।
ये भी पढ़ें:ऑपरेशन SINDOOR: भारतीय सेना 25 मिनट में 9 इन आतंकी ठिकाने तबाह, 90 से ज्यादा दहशतगर्द ढेर
बता दें, वनांचल क्षेत्रों में वन पट्टा दिया जाता है। इसके तहत पहले ही अधिक जमीन लोगों को दी गई थी। लेकिन अब प्रशासन ने वनांचल क्षेत्र होने के बाद भी वन पट्टे में मिली अधिक जमीन को कम करने का प्रयास कर रही है। ग्रामीण जिसे अपना मानकर सालों से रह रहे थे। उसे अब सरकार वापस लेना चाह रही है। इससे ग्रामीण काफी परेशान है वे चाहते है कि उनकी भूमि कम न की जाए।
इस वजह से वे बालोद जिला के कलेक्टर से मिलने पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक को आवेदन दिया है। आवेदन में मांग की गई है कि उनसे उनकी जमीन न छीनी जाए। इस पर उन्हें अपर कलेक्टर ने आश्वासन देते हुए सरकारी नियम के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।
राजस्व ग्राम बनाने की जा रही कार्रवाई
प्रशासन वनांचल क्षेत्र ग्राम केशवपुर को राजस्व ग्राम बनाना चाहती है। इसी के तहत कार्रवाई की बात प्रशासन कर रही है। बताया जा रहा है कि सरकार ने सभी वन ग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने का फैसला लिया है। इसी वजह से नए सिरे से यहां सर्वे किया जा रहा है।
नया नक्शा जारी किया जा रहा है और यदि कोई कब्जे का विषय है तो इसमें इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि आखिर कब्जा कितने समय पहले से किया गया। यदि वर्ष 2014 से कब्जा है तो उसकी बारिकी से जांच की जा रही है। प्रशासन इस बात का भी ध्यान रख रही है कि किसी के साथ गलत न हो।