KANPUR NEWS. कानपुर में बैंक लूटने पहुँचे युवक की घटना ने देश के माता-पिता को हैरानी में डाल दिया है। अभिभावकों के आगे सवाल खड़ा हो गया है कि क्या अब वे अपने बड़े हो रहे बच्चों को इतना भी नहीं कह सकते कि बेटा अब तुम बड़े हो रहे हो, कुछ कमाना भी सीखो। कम से कम कानपुर में साइकिल से बैंक लूटने पहुँचे युवक के घटना की जांच में यही हकीकत सामने आ रही है।
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बताते चलें कि कानपुर में एक युवक साइकिल से घाटमपुर स्थित एसबीआई बैंक की पतारा ब्रांच में पहुँचा। तमंचा चाकू सूजा और सर्जिकल ब्लेड लेकर बैंक में घुसने लगा। गार्ड ने रोका तो चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद बैंक मैनेजर, कैशियर आदि बैंक कर्मियों ने युवक को मुश्किल से काबू कर रस्सी से बांध दिया। इस काण्ड में आरोपी युवक समेत सभी लोग जख्मी हो गए। युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने पर जब पुलिस ने युवक से पूछताछ की और युवक के मोबाइल की जाँच की, तो सभी दंग रहे गए।
दरअसल लविश मिश्रा नाम का आरोपी युवक बीएससी थर्ड इयर के साथ ही आईटीआई भी कर रहा है। उसे पैसे कमाने का जुनून सवार था। इसलिए उसने बैंक लूटने की योजना बनाई।आरोपी युवक का बड़ा भाई अभय मिश्रा दिल्ली में एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता है। उसके पिता अवधेश मिश्रा किसान हैं। ज्यादा सम्पन्न परिवार नहीं है। इसलिए आरोपी युवक जब पैसे की मांग करता, तो कई बार उसे कह दिया जाता कि बेटा अब तुम बड़े हो रहे हो, कुछ कमाना शुरू करो।
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पैसा कमाने के लिए युवक ने शॉर्टकट अपनाने का सोचा और वह यूट्यूब पर बैंक लूटने के वीडियो देखने लगा। जाँच में पता चला है कि वह पिछले एक साल से यूट्यूब पर बैंक लूटने के वीडियो देख रहा था। उसने ऐसी वीडियो ज्यादा देखी, जिनमें अकेले ही लूट की घटना को अंजाम दिया गया था।
पूरी रणनीति बनाकर उसने पतारा की एसबीआई शाखा लूटने की योजना बनाई। अकेले ही बैंक लूटने के लिए युवक ने अपने हाथों की हथेली के नीचे सर्जिकल ब्लेड बाँधी और पैरों से बोरा सिलने वाला सूजा बाँधा। हाथ में खुला तमंचा और चाकू लेकर बैंक में घुस गया।
बैंक में गार्ड पर चाकू से हमला कर दिया। ताकि पहले ही हमले से दहशत फैल जाए। इसके विपरीत गार्ड ने बहादुरी दिखाते हुए मोर्चा लिया और बैंककर्मियों की मदद से आरोपी को काबू किया गया। जाँच में यह भी सामने आया है कि एक दिन पहले भी आरोपी बैंक आया था। अनुमान है कि भीड़ होने की वजह से वह लौट गया था। पूछताछ में पता चला कि इससे पहले भी रैकी की बात सामने आई है।
हालांकि आरोपी ने दावा किया कि कुछ लोगों ने रास्ते में रोककर धमकी देकर बैंक लूटने के लिए मजबूर किया। अन्यथा उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। पर उसका यह दावा उसके पिता के भी गले नहीं उतर रहा है। पुलिस को युवक के मोबाइल से करीब 50 ऐसे वीडियो मिले, जो बैंक लूटने से सम्बन्धित हैं। इससे पता चलता है कि बैंक लूटने की प्लानिंग कब से बनाई गई। आरोपी से पूछा कि क्या कोई गर्लफेंड है, इनकार कर दिया।
एसपी का कहना है कि माँ-बाप अपने बच्चों से कहते हैं कि कमाई करो। इसके पिता ने भी ऐसा कहा, लेकिन कमाई के लिए वह बैंक लूटने ही पहुँच गया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेजकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।