BILASPUR. रेल यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे ने यूटीएस मोबाइल एप लांच किया था। ताकि इस एप के माध्यम से यात्रियों को टिकट लेने में आसानी हो और किसी तरह की समस्या न हो। लेकिन पहले इस एप में टिकट लेने की बाध्यता थी। अब वह बाध्यता समाप्त कर दी गई है। अब यात्री कितनी भी दूरी हो, वहां से मोबाइल पर टिकट बनाकर यात्रा कर सकते है। डिटिजल टिकटिंग मोड को प्रोत्साहित करने, सेल्फ टिकटिंग को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
बता दें, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास करता रहता है। इसी कड़ी में ही ऑनलाइन टिकटिंग सुविधा के बाद मोबाइल एप से जनरल टिकट खरीदने की सुविधा यात्रियों को दी गई है।
इस सुविधा का एक बड़ा लाभ यह है कि स्टेशन आकर टिकट काउंटर में लाइन लगकर टिकट खरीदने की समस्या से मुक्ति मिल गई है। यूटीएस एप आधुनिक टिकटिंग प्रणाली में एक बड़ी उपलब्धि है और भारतीय रेलवे पर अनारक्षित टिकटों पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए काफी उपयोगी है।
पहले इस एप में टिकट प्राप्त करने के लिए दूरी की बाध्यता थी इस वजह से 50 किलोमीटर से अधिक दूरी पर टिकट नहीं बनते थे लेकिन अब यह बाध्यता भी हटा दी गई है।
बिना लाइन लगाए मिल जाती है टिकट
यूटीएस एप का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को टिकट आसानी से मिल जाती है। उन्हें किसी तरह से कोई लंबी लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। बिना लाइन लगाए ही घर बैठे किसी भी स्टेशन का अनारक्षित टिकट की बुकिंग, मासिक सीजन टिकट का नवीनीकरण एवं प्लेटफार्म टिकट की बुकिंग की व्यवस्था है।
स्टेशनों में इसका प्रचार-प्रसार भी
रेलवे प्रशासन इस एप के विषय में यात्रियों में प्रचार-प्रसार भी कर रहा है। ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ ले सकें और स्टेशन में होने वाली असुविधा से बच जाए। स्टेशनों में रेलवे कर्मचारियों के द्वारा इस एप के विषय में यात्रियों को बताया भी जा रहा है।