GARIYABAND. कोयला घोटाले में गिरफ्तार निलंबित रानू साहू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ईओडब्ल्यू की टीम गरियाबंद स्थित उनके निवास पर पहुंची। जहां पर उनका भाई पीयूष साहू घर पर ही था और जब उसे पता चला कि टीम घर पर पहुंची है तो वह उन्हें चकमा देकर भागने के फिराक में था। घर के पीछे के दरवाजे से वह भाग भी निकला था लेकिन ईओडब्ल्यू की टीम भी उसके पीछे भागी। पीयूष खेत की तरफ दौड़कर भाग रहा था तभी टीम के लोगों ने उसे दौड़ाया और लगभग आधे घंटे तक भागमभाग के बाद पीयूष कोे धर दबोचा। अब पियूष साहू को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें, ईओडब्ल्यू की टीम गरियाबंद जिले के पंडुका स्थित निलंबित रानू साहू के निवास पर पहुंची। वहां पर पीयूष साहू को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया है। जानकारी के मुताबिक पिछले 4 दिनों से ईओडब्ल्यू की टीम पीयूष पर नजर रखी हुई थी।
24 मई को जैसे ही पीयूष अपने घर पहुंचा तो शाम साढ़े पांच बजे ईओडब्ल्यू की टीम वहां पहुंच गई। टीम ने रानू साहू के घर को घेरा तो पीयूष दीवार फांदकर घर के पीछे भागने लगा।
टीम भी उसके पीछे दौड़ने लगी। लगभग आधे घंटे भागम भाग के बाद टीम ने पीयूष को पकड़ लिया। माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी के बाद से कई नए खुलासे होने की संभावना है।
मुख्य आरोपियों को भेजा है रिमांड पर
प्रदेश में हुए 5 सौ करोड़ रुपये से ज्यादा के कोयला घोटाले मामले में इसके पहले 23 मई को विशेष कोर्ट ने मुख्य आरोपी पूर्व सीएम सचिव सौम्या चौरसिया और निलंबित आईएएस रानू साहू को 27 मई तक ईओडब्ल्यू की रिमांड में भेजा था।