BILASPUR. मेडिकल काम्प्लेक्स स्थित मेडिकल एजेंसी के संचालक से 8 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। धोखाधड़ी करने वाला कोई और नहीं बल्कि उस एजेंसी में काम करने वाला कर्मचारी ही है। बिल में हेराफेरी कर कर्मचारी ने धोखाधड़ी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
बता दें, तेलीपारा में रहने वाले आशीष मित्तल व्यवसायी हैं। मेडिकल काम्प्लेक्स में उनकी मेडिकल एजेंसी है। उन्होंने पुलिस को शिकायत में बताया कि उनके संस्थान में कोडापुरी निवासी योगेश कुमार कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करता था। उसका काम मेडिकल स्टोर संचालकों से आर्डर लेकर बिल तैयार करना था।
व्यवसायी ने बताया कि कुछ दिनों से वे संस्थान में स्टॉक की कमी देख रहे थे। इस अनुपात में उन्हें राशि नहीं मिल रही थी। गड़बड़ी की आशंका पर उन्होंने कंप्यूटर ऑपरेटर के लाग बुक की जांच की। इसमें पता चला कि कंप्यूटर ऑपरेटर ने सप्लाई और बिल में गफलत की है।
ऑपरेटर ने तखतपुर, मानिकपुर, नवागढ़, बघर्रा के मेडिकल स्टोर संचालकों को ज्यादा दवाओं की सप्लाई की है। उनके बिल में दवाओं की संख्या घटाकर कम राशि का बिल जारी कर दिया। इससे मेडिकल एजेंसी के संचालक को करीब आठ लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने बिल की कॉपी और सप्लाई की कॉपी पुलिस को उपलब्ध कराई है। व्यवसाय की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। व्यवसायी ने पुलिस को बताया कि अब तक की जांच में 8 लाख की गड़बड़ी पकड़ में आयी है।
इसके अलावा अन्य दुकान संचालकों के बिल की जांच की जा रही है। इसमें ऑपरेटर के द्वारा की गई और भी गड़बड़ी सामने आ सकती है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपित की तलाश की जा रही है। उससे पूछताछ में और भी जानकारी मिल सकेगी।