BHILAI. क्या आपने सोना खरीदा है तो जरा सावधान हो जाइये। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोना-चांदी की तस्करी से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है। इसमें छत्तीसगढ़ के नामचीन ज्वैलर्स के नाम सामने आए हैं। ईडी ने लगभग पांच अरब रुपये का अवैध सोना-चांदी छत्तीसगढ़ सहित देशभर में खपाने का अनुमान लगाया है।
ईडी ने तस्करी के सोना-चांदी से जुड़े रायपुर और दुर्ग के ज्वैलर्स के नाम उजागर किए हैं। इन कारोबारियों से सोना खरीदा है तो आप दिक्कत में भी पड़ सकते हैं। इन कारोबारियों ने दो नंबर से पैसा कमाया है और उससे संपत्ति बनाई है। ईडी ने इन ज्वैलर्स की लगभग 46.84 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच भी किया है।
ईडी की प्रेस रिलीज में विदेश से 506 किलो सोना और 4479.7 किलोग्राम चांदी की तस्करी कर कुल 5 अरब रुपये अपराधिक तरीके से कमाने का अनुमान लगाया गया है। ईडी ने छत्तीसगढ़ में इस गोरखधंधे से जुड़े सर्राफा कारोबारी के घरों से नकदी, तस्करी का सोना बुलियन, तस्करी की चांदी, सोने के आभूषण और इससे प्राप्त आय से खरीदी गई कृषि एवं वाणिज्यिक अचल संपत्तियां जब्त की है। ईडी ने मुख्य व्यक्ति विजय बैद द्वारा 46.84 करोड़ रुपये की संपत्ति तस्करी के सोने से बनाने की बात कही है, जिसे अटैच किया गया है।
ईडी के मुताबिक सोना तस्करी की गतिविधि में शामिल एक अन्य सराफा व्यापारी प्रकाश सांखला के पास यह संपत्तियां थी, जिसे जब्त किया गया है। 20.27 किलोग्राम सोने की बुलियन और सोने के आभूषणों का मूल्य 9.65 करोड़ रुपये, विदेशी मूल की चांदी सहित 4971.396 किलोग्राम चांदी का मूल्य 33.55 करोड़ रुपये, 32 लाख रुपये नकद, दुर्ग के पुलगांव में कृषि भूमि (मूल्य ₹2.41 करोड़), पुलगांव में कामर्शियल लैंड (मूल्य ₹90 लाख) शामिल है।
ईडी ने बताया कि DRI (Directorate of Revenue Intelligence) द्वारा दायर अभियोजन शिकायत के आधार पर जांच शुरू की थी। सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की धारा 135 के तहत सोने के साथ एक वाहन को पकड़ा गया था। DRI द्वारा ऑफ रूट और अवैध चैनलों से सोने की तस्करी करते पकड़ा गया था। DRI ने उक्त वाहन से सोना बरामद किया था, जो विदेश का था। उक्त सोना को हिन्दुस्तान में खपाने विजय कुमार बैद उर्फ विक्की एवं अन्य द्वारा रायपुर लाया गया था।
बता दें कि ईडी के अफसरों ने अगस्त 2022 में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई और राजनांदगांव के ज्वेलरी, कपड़ा और चार्टर्ड एकाउंटेंट के दफ्तरों में छापा मारा था। ईडी के मुताबिक अगस्त 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत तस्करी के सोने की बिक्री से प्राप्त 1.41 करोड़ कैश, 6.16 करोड़ के सोने के आभूषण, 2.06 करोड़ का स्वर्ण बुलियन, 3.90 करोड़ का चांदी बुलियन बरामद किया था। यह बरामदगी विजय बैद नाम के शख्स के अलावा सहेली ज्वैलर्स के संचालक सुनील कुमार जैन, नवकार ज्वैलर्स के संचालक प्रकाश सांखला, सुमीत ज्वैलर्स और धीरज बैद से की गई थी।
ईडी ने इस मामले में अब तक अपराध की कुल आय का अनुमान भी लगाया लगाया है। इसमें विदेशी मूल के तस्करी का सोना 506 किलो (2,60,97,32,341 अनुमानित मूल्य) विदेशी मूल की तस्करी की चांदी 4479.7 किलोग्राम (2,30,73,55,021 अनुमानित मूल्य) शामिल है। उपलब्ध दस्तावेजों के विश्लेषण के आधार पर आज की तारीख में 30,23,77,320 की संपत्ति दिख रही है। वहीं ईडी द्वारा अब तक 60.37 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अभी जारी है। इधर ED की प्रेस रिलीज में दुर्ग के जिन ज्वैलर्स के नाम सामने आए हैं उनसे ‘तीरंदाज’ संवाददाता ने बात कर उनका पक्ष लेना चाहा तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा जारी प्रेस रिलीज