RAIPUR. वोटिंग के बाद से राजनीतिक गलियारों में मतगणना को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। इसके साथ ही बीजेपी-कांग्रेस समेत सभी दलों के नेताओं ने स्ट्रांग रूम की खुद सुरक्षा में तैनात हो गए हैं। दरअसल, प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों की 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से मतगणना होगी। काउंटिंग के दौरान कोई भी व्यक्ति इलेक्ट्रानिक उपकरण, आईपेड, रिकार्डर, वीडियो कैमरे आदि नहीं ले जा सकेंगे, क्योंकि यह सब बैन रहेंगे। मतगणना के दिन सुबह से शाम तक हर पल की रिकार्डिंग होगी।
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार मतगणना के लिए सभी 33 जिलों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कवर्धा में सबसे अधिक 30 और कसडोल में 29 चक्रों में गिनती होगी। सबसे कम मनेंद्रगढ़ एवं भिलाई नगर में 12-12 चक्रों में मतगणना होगी। अभ्यर्थी किसी भी टेबल पर जाकर मतगणना देख सकेंगे, जबकि अभ्यर्थी के अभिकर्ता सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही निरीक्षण करेंगे।
क्यूआर कोड की स्कैनिंग, हर सीट के लिए 14-14 टेबल
सीईओ रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि मतगणना सामान्य और मतगणना प्रेक्षकों की निगरानी में होगी। हर सीट के लिए 14-14 टेबल रहेंगे। सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी। इनमें सबसे पहले इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम (ईटीपीबीएस) मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग होगी। फिर डाक मतपत्रों की गिनती होगी। 8.30 बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ वोटों की गिनती होगी।
मतगणना से पहले ये जानना जरूरी
जानकारी के अनुसार ईवीएम जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में हैं। प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता एवं प्रेक्षक की निगरानी में रैंडमली किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी। गणना पूर्ण होने पर 5 वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपेट) का ड्रा से चयन कर मतों का सत्यापन किया जाएगा। 1181 अभ्यर्थियों की किस्मत 7 और 17 नवम्बर को ईवीएम में बंद हुई। प्रेक्षक तथा रिटर्निंग ऑफिसर ही मतगणना कक्ष में मोबाइल ले जा सकेंगे।