RAIPUR. छत्तीसगढ़ में पटवारियों की हड़ताल एस्मा लगने के बावजूद जारी है। शुक्रवार को भी पटवारी नवा रायपुर के तूता धरना स्थल पर धरने पर बैठे रहे…इस बीच, स्कूल कॉलेज में एडमिशन लेने से लेकर स्कॉलरशिप आवेदन भरने तक के लिए छात्र परेशान हो रहे हैं। वहीं, हजारों पदों के लिए सरकार ने वैकेंसी निकाली है, उसमें अप्लाई करने के लिए भी जरुरी आय, जाति और स्थायी निवासी प्रमाण पत्र नहीं बनने से युवा हलाकान हैं। हालांकि पटवारी इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
अपनी 8 सूत्री मांगों के साथ छत्तीसगढ़ के तमाम पटवारी हड़ताल पर हैं। अनिश्चितकालीन हड़ताल के 24 वें दिन सरकार ने उनकी हड़ताल को अवैध घोषित करते हुए एस्मा लागू कर दिया। आदेश में दलील दी गई कि स्कूल-कॉलेजों में दाखिले का दौर चल रहा है। बच्चों को आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र की जरुरत है, लेकिन पटवारियों की हड़ताल के चलते ये दस्तावेज बन नहीं रहे हैं। युवा भी इन्हीं दस्तावेजों के लिए भटक रहे हैं, क्योंकि हजारों पदों पर भर्ती विज्ञापन जारी हो चुका है, और पटवारी की हड़ताल के चलते ये भी बन नहीं रहे, लेकिन एस्मा जारी होने के बावजूद पटवारी झुकने को तैयार नहीं है। लिहाजा, ना तो आंदोलन खत्म हुआ, और न ही लोगों की परेशानी दूर हो रही है।
उधर, पटवारी इन सारी मुश्किलों का ठीकरा सरकार और प्रशासन पर फोड़ रहे हैं, उनकी दलील है कि अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से पहले कई बार ज्ञापन देकर, धरना प्रदर्शन कर सरकार के संज्ञान में लाया गया, लेकिन उऩकी जायज मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। आखिर, बिना दफ्तर, बिना लैपटॉप, कंप्यूटर, और इंटरनेट के पटवारी ऑनलाइन भुइया का काम कैसे करेगा, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। हड़ताल के बाद भी बातचीत की पहल नहीं की गई, लिहाजा, आम लोगों की परेशान उसकी जिद का परिणाम है।
जगदलपुर में पटवारियों ने आज एस्मा का विरोध करते हुए आदेश की प्रतियां जलाई, बस्तर सहित प्रदेश भर में पटवारियों के द्वारा 8 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। पटवारियों की हड़ताल पर एस्मा लागू किए जाने का विरोध करते हुए शुक्रवार को जगदलपुर के कलेक्ट्रेट चौक में एस्मा आदेश की प्रतियां जलाते हुए पटवारियों ने प्रदर्शन किया। बता दें कि छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के बैनर तले 15 मई से 8 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर में पटवारियों के द्वारा हड़ताल की जा रही है। इसी बीच पटवारियों से जुड़ी अति आवश्यक सेवाएं बाधित होने के कारण प्रदेश सरकार ने एस्मा लगा दिया है, जो 3 महीने तक के लिए रहेगा। एस्मा का विरोध करते हुए शुक्रवार को जगदलपुर में पटवारी संघ और कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के द्वारा संयुक्त रूप से प्रदर्शन करते हुए एस्मा की प्रतियां जलाई गई छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार चाहे तो पटवारी संघ से उनकी मांगों को लेकर चर्चा कर सकती है लेकिन प्रदेश सरकार ने हड़ताल को दबाने का प्रयास किया है इसलिए एस्मा का विरोध किया जा रहा है।
बहरहाल, पटवारी और सरकार के पाटे में आम आदमी पिस रहे हैं.. और सबसे ज्यादा मुश्किल उन युवाओं के सामने हैं, जो सालों सरकारी नौकरी के इंतजार में तैयारी करते हैं। अब जब वैकेंसी निकली है, तो जरुरी दस्तावेज नहीं बन रहे हैं। वैसे एक सवाल तो सरकार की मंशा और कोशिश पर भी है, क्योंकि एस्मा लगने के बाद भी हड़ताल जारी है, तो जरुरी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।