कोरिया। जिले की ग्राम पंचायत नेरुआ के सचिव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना मंगलवार की है। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पंचायत सचिव ने आत्महत्या के पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें अपनी मौत का जिम्मेदार पंचायत के दो बड़े अफसरों व एक कांग्रेस नेता का ठहराया है। पुलिस ने फिलहाल मृतक पंचायत सचिव का सुसाइड नोट जब्त कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक कोरिया जिले के ग्राम च्यूल निवासी छत्रपाल सिंह ग्राम पंचायत नेरुआ में सचिव के पद पर कार्यरत थे। उनका शव गांव में घर से कुछ दूरी पर पेड़ पर फंदे से लटका मिला। वह सोमवार शाम से निकले थे। दूसरे दिन सुबह उनका शव मिला। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारा। बुधवार को शव परिजनों के हवाले किया गया।
पुलिस ने शव के पास से एक सुसाइट नोट बरामद किया है। इसमें लिखा है कि जनपद पंचायत सीईओ, पंचायत इस्पेक्टर तथा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने 50 हजार रुपए लेकर दूसरे को नेरूआ पंचायत में पदस्थ कर दिया और मुझे हटा दिया। यह तीनों की ही मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे। इस मामले में मेरे परिवार को कोई दोष नहीं है, उन्हें परेशान न किया जाए। इस सुसाइड नोट पर 6 फरवरी की तिथि दर्ज है।
प्रभार से हटाने के कारण डिप्रेशन में था
पुलिस ने बताया कि नेरुआ पंचायत के अतिरिक्त प्रभार से हटाए जाने के कारण छत्रपाल सिंह काफी परेशान रहता था। उसकी आत्महत्या का कारण संभवत: यही है। इधर इस पूरे मामले में आम आदमी पार्टी भी मैदान में आ गई है। उन्होंने कांग्रेस नेता को टारगेट करते हुए जांच में लीपापोती का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने मृतक पंचायत सचिव के परिजनों को 50 लाख मुआवजा व उसकी पत्नी को नौकरी देने की मांग की है।