रायपुर। प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण नियम का पालन नहीं होने पर शिक्षकों के साथ अन्य विभागों के अजा-अजजा कर्मचारियों ने राजधानी में प्रदर्शन किया। यहां अंबेडकर चौक से शंकर नगर चौक तक मानव श्रृंखला बनाई। अनुसूचित जाति-जन जाति संघर्ष के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रहे शिक्षक उच्च न्यायालय का फ़ैसला आने तक पदोन्नति में रोक लगाए जाने की मांग कर रहे हैं।
मानव श्रृंखला के संयोजक विनोद कुमार ने बताया कि बैगर आरक्षण पदोन्नति को रोक लगाने की मांग को लेकर सभी विभाग के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कर्मचारी अंबेडकर चौक से शंकर नगर तक मानव श्रृंखला बनाकर शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा।
मांग में उन्होंने बताया कि उनकी मांग है कि पदोन्नति में आरक्षण संबंधी मांग को लेकर उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका विष्णु प्रसाद तिवारी वर्सेस एस्टेट ऑफ़ छत्तीसगढ़ और जनहित याचिका संतोष कुमार वर्सेस स्टेट ऑफ़ छत्तीसगढ़ के अंतिम निर्णय आने तक अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्गों के मूलभूत संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के अनुपालन में शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही पदोन्नति प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
शिक्षकों की दूसरी मांग पदोन्नति दी जा रही है तो कुल 100 पदों में 45% पदों को सुरक्षित कर पदोन्नति दी जाए। इसके साथ ही कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा एलबी संवर्ग में 31 जनवरी 2022 तक पदोन्नति करने के आदेश को कोर्ट के अंतिम निर्णय आने तक तत्काल रोक लगायी जाए।
बता दें कि पदोन्नति में आरक्षण नियमों के पालन को लेकर शिक्षक लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए वे ब्लॉक व जिला मुख्यालयों में बीच-बीच में धरना-प्रदर्शन करते रहे हैं। पदोन्नति के लिए लंबे समय से इंतजार करने के बाद विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, इससे शिक्षक नाराज हो गए हैं। मामले हाईकोर्ट में चल रहा है। मामले में निर्णय नहीं आया है। शिक्षकों का कहना है कोर्ट के फैसले का इंतजार कर लें उसके बाद पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी हो।
(TNS)