रायपुर। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले प्रदेश के करीब एक लाख से अधिक शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है। प्रमोशन और वेतन नहीं दिए जाने से खफा प्रदेश के सभी सहायक शिक्षक छह दिसंबर से हड़ताल करेंगे। स्कूलों में किसी तरह का काम नहीं होगा। प्रदेश के लगभग हर जिले की स्कूल में ताला भी लगा दिया जाएगा। यह आंदोलन अनिश्चितकालीन होगा। 15 सदस्यों का एक प्रदेश संयोजक मंडल, सरकार से शिक्षकों की मांग पर बात करेगा।
शिक्षकों ने बताया कि हर सरकारी कर्मचारी का एक तय समय में प्रमोशन होता है। शिक्षक वर्ग तीन से वर्ग दो में प्रमोट किए जाते हैं। यदि प्रमोशन मिलता है तो 10 से 12 हजार रुपए की बढ़ोतरी वेतन में होती है। नियम यह भी है कि यदि किसी वजह से प्रमोशन नहीं होता है, तो कर्मचारी को सरकार उस प्रमोशन के स्तर का वेतन देती है। मगर, शिक्षकों को न तो काफी समय से प्रमोशन दिया गया है और न ही प्रमोशन के स्तर का वेतन दिया जा रहा है।
फेडरेशन का कहना है कि शिक्षक चाहते हैं कि उनकी इस मांग पर गौर किया जाए। इसके अलावा शिक्षाकर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया। साल 2018 के संविलियन के बाद से पुराने कर्मचारियों को भी साल 2018 से ही कर्मचारी माना जा रहा है। इससे पेंशन और सीनियारिटी का फायदा शिक्षकों को नहीं मिल रहा है। सरकार अगर उनकी यह मांग नहीं मानती है, तो शिक्षक आगे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
इसके लिए कलेक्ट्रेट गार्डन में फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने बैठक रविवार को बैठक भी की। यहीं हड़ताल के जरिए शिक्षकों ने सरकार को झुकाने की रणनीति पर चर्चा की। छत्तीसगढ़ के हर ब्लॉक और जिले में प्रदर्शन करके अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। शिक्षकों ने तय किया है कि टीचर्स के अलग-अलग संगठनों को मिलाकर हड़ताल के लिए एक नया मंच तैयार किया जा रहा है। उसी के बैनर तले राज्य के सभी शिक्षक आंदोलन करेंगे। जब तक सरकार इनकी मांगे मान नहीं लेती तब तक शिक्षक हड़ताल पर ही रहेंगे।
(TNS)