RAIPUR NEWS. देश के प्रसिद्ध कवि और पद्मश्री से सम्मानित सुरेंद्र दुबे का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। आज उनका अंतिम संस्कार मारवाड़ी शमशान घाट रायपुर में हुआ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, मंत्री राम विचार नेताम, ओपी चौधरी और कवि कुमार विश्वास समेत साहित्य जगत के सैकड़ों लोग मौजूद थे।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी विशेष शैली में हँसी की चादर ओढ़ाकर गहरी और गंभीर बातें कहने वाले पद्मश्री हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे अब हमारे बीच नहीं रहे। गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। उनके जाने से छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरा साहित्यिक जगत शोक में डूब गया है।

मारवाड़ी श्मशान घाट पर शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर कवि कुमार विश्वास और छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उन्हें कंधा देकर भावभीनी विदाई दी।

इस दौरान कवि कुमार विश्वास ने कहा सुरेन्द्र दुबे का निधन साहित्य जगत और छत्तीसगढ़ के लिए आघात है। मैं छत्तीसगढ़ को सुरेंद्र दुबे के कारण जाना। कुमार विश्वास ने कहा, “सुरेंद्र दुबे सिर्फ कवि नहीं थे, वे एक दृष्टा थे। उन्होंने हास्य की आड़ में समाज के गंभीर प्रश्नों को बड़ी सहजता से उठाया। उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। डॉ. दुबे के शब्दों का संसार अब मौन हो गया है, लेकिन उनके लेखन और कविताएं उन्हें सदा जीवित रखेंगी।

डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि सुरेंद्र दुबे हमारे बीच नहीं है अब उनकी कविता है। सुरेंद्र दुबे की रचनाओं को संजोकर कर रखेंगे।

इस अवसर पर मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि सुरेंद्र दुबे ने छत्तीसगढ़ की पहचान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर की है उनकी कविता का संबंध सीधे आम जन से था। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि सुरेंद्र दुबे को हमने और पूरे देश ने सुना है। छत्तीसगढ़ में उनकी लोकप्रियता चरम सीमा पर थी।