जशपुर। यहां एक ऐसा मामला आया है कि “धान” कईयों को परेशान कर रहा है। कोचिया, बिचौलिया से लेकर समाज और राजनीतिक पार्टी के नेता तक इससे प्रभावित हो रहे हैं। धान के एक मामले ने इस कदर तूल पकड़ लिया है कि महकूल समाज के एक नेता को समाज के अध्यक्ष पद से हाथ धोने की नौबत आ गयी।
बीते वर्ष पंचायत चुनाव में कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्काशित किये गए दुलदुला के ब्लॉक अध्यक्ष नरसिंह सागर यादव को इस बार दुलदुला के महकूल समाज ने समाज के ब्लॉक अध्यक्ष पद से हटाने का पूरा इंतज़ाम कर लिया है। इसके लिए दुलदुला में महकूल समाज के लोगों की एक बैठक हुई। बैठक में समाज के ब्लॉक अध्यक्ष नरसिंह सागर यादव के विरुद्ध समाज के लोगों ने समाज को कमजोर करने और समाज के वरिष्ठ जनों से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उसे समाज के अध्यक्ष पद से हटाने का प्रस्ताव पारित कर दिया। मामले की जानकारी समाज के जिलाध्यक्ष को प्रेषित कर दिया है ।
समाज के पदाधिकरी दिगम्बर यादव ने बताया कि रविबार को समाज की एक बैठक हुई थी। बैठक में समाज के लोगों ने बताया कि नरसिंह सागर के द्वारा कुछ दिन पहले उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया, साथ ही झारखण्ड के धान को यहां की मंडी में खपाने की झूठी शिकायत भी कर दी।
बैठक में समाज के कई वरिष्ठ लोगों का कहना है कि वह हर किसी के साथ ऐसा ही सुलूक करता है। समाज के लोगों की बातों को गम्भीरता से लेते हुए उन्हें समाज के अध्यक्ष पद से हटाने का प्रस्ताव पारित कर जिलाध्यक्ष को भेज दिया गया है।
इधर महकूल समाज के जिलाध्यक्ष गणेश यादव का कहना है समाज के द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव पर मंथन किया जाएगा। कोरोना के चलते बैठक कर पाना सम्भव नहीं है। फोन पर समाज के लोगों से चर्चा की जाएगी, फिर आगे कुछ निर्णय लिया जाएगा।
इस मामले में जब महकूल समाज के ब्लॉक अध्यक्ष नरसिंह सागर यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि समाज के लोगों को धोखे में रखकर दिगम्बर यादव द्वारा समाज की बैठक की गई और गुमराह करके गलत तरीके से प्रस्ताव पर साइन करा लिया गया। दिग्मवर यादव को शक है कि मेरे द्वारा उनके खिलाफ झारखण्ड का धान खपाने की शिकायत पर कार्रवाई की गई है, जबकि मेरे द्वारा किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की गई है।
(TNS)