RAIPUR. छत्तीसगढ़ में लगातार जांच एजेंसियों की कार्रवाई चल रही है। इस बीच, महादेव सट्टा एप मामले में EOW ने अपनी जांच शुरू कर दी है। EOW की टीम ने राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर में छापेमार की है। टीम रायपुर, दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर, राजनांदगांव और कांकेर समेत कई जगहों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की है। इस दौरान जांच के साथ कई दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार दुर्ग में एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम ने सराफा व्यापारियों के ठिकानों और घरों में रेड मारी है। सहेली ज्वेलर्स और अलंकार ज्वेलर्स के संचालक के घर और दुकान सुबह से ही पहुंचकर दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है। साथ ही पूछताछ भी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार अलंकार ज्वेलर्स के संचालक प्रकाश सांखला के घर में ईडी की टीम छानबीन कर चुकी है। इस कार्रवाई में ज्यादातर सराफा कारोबारी, पुलिसकर्मी के घर और ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षा बल भी शामिल हैं।
EOW की टीम निलंबित ASI चंद्रभूषण वर्मा के घर भी जांच करने पहुंची है। चंद्रभूषण वर्मा न्यायिक रिमांड पर अभी रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। आरोप है कि वर्मा ने महादेव ऐप से जुड़े लोगों को बचाने के लिए प्रोटेक्शन मनी लेकर पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं तक पहुंचाने का काम किया।
इस मामले में कांकेर के चारामा में भी EOW की टीम ने हेड कॉन्स्टेबल विजय पांडेय के वार्ड नंबर 13 स्थित आवास में दबिश दी है। कांकेर में इस मामले में ये पहला एक्शन है। यहां दस्तावेजों की जांच के साथ पूछताछ भी की जा रही है।
दुर्ग में सांखला ज्वेलर्स के संचालक प्रकाश सांखला और सहेली ज्वेलर्स के संचालक राजेंद्र जैन के महावीर कॉलोनी स्थित घर और सहेली अलंकरण के संचालक राजेंद्र जैन के घर भी EOW के अधिकारी पहुंचे हैं।
कारोबारी अनिल अग्रवाल का मकान सील
इस मामले में धरमजयगढ़ में EOW ने कारोबारी अनिल अग्रवाल उर्फ पिंटू अग्रवाल के नीचेपारा स्थित आवास में छापामारी की। हालांकि घर कई सालों से बंद पड़ा, लिहाजा अधिकारियों ने मकान को सील कर दिया।