TIRANDAJ.COM . साइबर क्राइम अब हम सभी के लिए कोई नई बात नहीं हैं। देश में लगातार साइबरक्राइम बढ़ते ही जारहे है। साथ ही इसके तरीके भी दिन प्रतिदिन बदलते जारहे है। अब तो ऐसे तरीके आगए है जिसमें लोगों को पता ही नहीं रहता की उन्हें ठगा जारहा है। अगर आपको लगता है की... Read More
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TIRANDAJ.COM . साइबर क्राइम अब हम सभी के लिए कोई नई बात नहीं हैं। देश में लगातार साइबरक्राइम बढ़ते ही जारहे है। साथ ही इसके तरीके भी दिन प्रतिदिन बदलते जारहे है। अब तो ऐसे तरीके आगए है जिसमें लोगों को पता ही नहीं रहता की उन्हें ठगा जारहा है।
अगर आपको लगता है की आप सुरक्षित है। तो सावधान हो जाए। साइबर क्रिमिनल्स ने फर्जीवाड़े के तरीके को बदल लिया है। जो आप पर भारी पड़ सकती है। इसी कड़ी में डिलिवरी का एक नया तरीका आया है जिसमें सामने वाले को लगता तो सामान्य सा है, लेकिन वो आपके लिए बड़ा नुकसान होता साबित होता है। आज हम आपको बातएंगे साइबर क्राइम के कुछ नए तरीके और उनसे बचने का रास्ता।
डिलिवरी कैंसिल कराने के नाम पर
दरअसल क्रिमिनल खुद ही डिलिवरी बॉय बनकर आता है। फिर आप से आपके डेलिवरी के बारे में पूछता है। अगर आप इस बात से इंकार करते है तो वह कस्टमर केयर पर कॉल कर आपसे बात करता है। वहीं दूसरे ओर मैजूद शख्स ऑर्डर कैंसिल हो जाएगा कह कर आपसे मोबाइल पर आए ओटीपी पूछता है। फिर वह डिलिवरी बॉय चले जाता है। इतने सब के बाद आपके पास एक मैसेज आता है कि आपके अकाउंट से सारे पैसे कट चुके है।
पेंडिंग EMI के लिए पुलिस अफसर बनकर
क्रिमिनल्स खुद को पुलिस अफसर बताकर आपको धमकाते है। आपसे ईएमआई का भुगतान फौरन करने को कह जाता है, नहीं तो केस करने की धमकी दी जाती है। इसके बाद जब आप डरकर पेमेंट करने के लिए तैयार ह जाते है तो वो आपको एक नंबर देते है और दुसरी ओर मौजूद व्यक्ति खुद को वकील बात कर आपसे पैसे मांग कर आपको ठग लेता है।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर कोई आपके पास कोई सामान लेकर आए, और आपसे कहे अपने बुक किया था। तो इस बात से साफ़ इनकार कर दे। साथ ही आप उनसे ऑर्डर के सबूत मांगे और आप भी अपनी तरफ से शॉपिंग वेबसाइट पर जाकर देखा दे की अपने कोई ऑर्डर नहीं किया है।
ऑर्डर कैंसिल कराने के लिए आए ओटीपी को भूलकर न बताएं
बात अगर ऑर्डर कैंसल की हो या दूसरी हो, इस बात का विशेष ध्यान रखे की कॉल पर रहते हुए कोई भी ओटीपी से जुड़ा मैसेज आए तो से पढ़ें। क्रिमिनल्स अक्सर कॉल पर रहते हुए ध्यान भटकाते हैं और आप तुरंत ओटीपी बता देते हैं। अगर लोन या EMI को लेकर कोई ऐसी कॉल आए जिसमें सामने वाला खुद को पुलिस अफसर बताए तो सबसे पहले आप उस नंबर को वेरीफाई करें। आप लोकल थाने में कॉल करके भी नंबर को वेरिफाई कर सकते हैं।
ऐसी धमकी भरे कॉल से न डरें। साथ ही आपको बता दे कि पुलिस को इस तरह के मामलों में सीधे कार्रवाई का अधिकार नहीं होता है। इसके अलावा बैंक के पास सिर्फ कोर्ट का विकल्प बचता है, जिसमें आपको भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है।