भिलाई। दुर्ग के शिवनाथ नदी में बुधवार को मनरेगा कर्मियों ने जल सत्याग्रह किया। कर्मचारियों ने नियमितिकरण व अन्य मांगो लेकर शिवनाथ नदी में उतरकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर कर्मचारियों ने सरकार से घोषणा पत्र के मुताबिक सभी मनरेगा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की।
बता दें छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले पूरे प्रदेश भर के मनरेगा कर्मचारी इन दिनों अनिश्चित कालील हड़ताल पर हैं। दुर्ग में मानस भवन के पास सभी कर्मचारी पंडाल लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान सरकार व प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराने कुछ न कुछ नया कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को हड़ताली कर्मचारी ने जल सत्याग्रह करने का निर्णय लिया।
नदी में उतरकर की नारेबाजी
जल सत्याग्रह के दौरान मनरेगा कर्मचारी शिवनाथ नदी के एनिकट के पास बुधवार दोपहर बाद करीब 3:30 बजे पहुंचे और पानी में उतर गए। पुरुष व महिला कर्मचारियों ने पानी में उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान काफी देर तक पानी में डटे रहे। जल सत्याग्रह के दौरान कोतवाली थाना व अंजोरा चौकी पुलिस मौके पर मौजूद रही।
जलसत्याग्रह के बाद सभी कर्मचारी अपने पंडाल की ओर लौट गए। मनरेगा कर्मचारियों का कहना है वे 4 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं लेकिन अब तक सरकार द्वारा कोई उचित पहल नहीं की जा रही है। मनरेगा कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।
यह है मनरेगा कर्मियों की मांगे
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ द्वारा नियमितिकरण सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है। इनकी मांग है कि चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए। जब तक नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती रोजगार सहायकों का वेतन निर्धारित किया जाए। सभी मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जाए।