WASHINGTON NEWS. भारत में 16 वारदात में वांछित आतंकी हैप्पी पासिया उर्फ हरप्रीत सिंह को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने हैप्पी को कैलिफोर्निया के सेक्रामेंटो शहर के बाहरी इलाके में छापा मारकर पकड़ा है। इस कार्रवाई में एफबीआई के साथ अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम (आईसीई) की टीम भी शामिल थी। पंजाब में सिलसिलेवार ग्रेनेड हमलों के लिए जिम्मेदार हैप्पी की गिरफ्तारी भारतीय एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में कार्यरत एफबीआई के विशेष अधिकारी (अताशे) को आतंकी हैप्पी के सेक्रामेंटो में छिपे होने की सूचना दी थी। पिछले कुछ समय से भारतीय खुफिया एजेंसियां आतंकी हैप्पी काे लगातार ट्रेक कर ही थीं।
एनआईए ने आतंकी हैप्पी को भगोड़ा घोषित कर पांच लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया हुआ था। पंजाब पुलिस के डोजियर के अनुसार हैप्पी के खिलाफ कुल 33 एफआईआर दर्ज हैं जबकि 10 लुकआउट नोटिस जारी हैं। पंजाब के अमृतसर जिले के अजनाला के आतंकी हैप्पी के चर्चित हमलों में अप्रैल 2024 में गुरुदासपुर में पुलिस बैरक पर रॉकेट अटैक और नवंबर, 2024 में अजनाला पुलिस स्टेशन में आईईडी ब्लास्ट शामिल है।
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हैप्पी के खिलाफ हथियार तस्करी के 5 मामले भी दर्ज हैं। आतंकी हैप्पी चार साल से अमेरिका में दुबका हुआ था। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई वआतंकी संगठन बब्बर खालसा का सदस्य हैप्पी अमेरिका में गिरफ्तारी से बचने के लिए ‘बर्नर फोन’ चलाता था। इस फोन में इंटरनेट कनेक्शन नहीं होता, लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती है। भारत में 14 हमलों के आरोपी हरप्रीत सिंह के पास से बर्नर फोन व अन्य डिवाइस बरामद हुए हैं।
इस फोन का इस्तेमाल ट्रैकिंग से बचने व अवैध कामों जैसे फ्रॉड या आपराधिक साजिशों में भी किया जाता है। बर्नर फोन सामान्य फीचर फोन ही होता है। इसे बिना किसी आईडी के खरीदा जा सकता है। सीमित फीचर्स, कम कीमत, कम ट्रैकिंग रिस्क इसकी खासियत है।
बता दें कि आतंकी हैप्पी पिछले चार साल से अमेरिका में दुबका हुआ था। वह 2018 में सबसे पहले दुबई भागा था और फिर 2019 में भारत लौट गया था। अगले साल वह लंदन भागा और फिर वहां से अमेरिका में छिपता फिर रहा था।
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आतंकी संगठन बब्बर खालसा का सदस्य बनने के बाद वह आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा के संपर्क में आया। संधू ने उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का गुर्गा बनवाया। आईएसआई ने हैप्पी को अमेरिका पहुंचाने में फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद की।
जानकारी के अनुसार कई देशों में प्रीपेड सिम युक्त यह फोन बिना कड़े केवाईसी या फर्जी आईडी पर मिल जाता है। इससे पहचान छुप जाती है। अस्थायी इस्तेमाल: आतंकी बर्नर फोन को कुछ कॉल्स या एसएमएस के लिए खरीदते हैं और फिर उसे नष्ट कर देते हैं। इससे ट्रेसिंग व सर्विलांस मुश्किल हो जाता है।