BHILAI NEWS. फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड को केंद्र सरकार के द्वारा निजी हाथों में दिया जा रहा है, जिसको लेकर यहाँ कार्य करने वाले लोगों में आक्रोश है. निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की जा रही है. उनकी मांग है कि सरकार अपना फैसला वापस ले और प्रॉफिट देने वाली FSNL कंपनी को निजी हाथों में ना दें.
यहाँ कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं. आपकों बता दें भारत के सभी 8 यूनिटों में हड़ताल की जा रही है. करीब 3 हजार कार्मिकों के हड़ताल पर होने की वजह से कामकाज पूरी तरह से ठप है.
क्या है मामला
वित्त मंत्रालय से जारी बयान में कहा गया था कि “परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इस्पात मंत्री एच.डी.कुमारस्वामी की वैकल्पिक व्यवस्था ने एफएसएनएल में एमएसटीसी लिमिटेड की 100 प्रतिशत इक्विटी शेयरधारिता की बिक्री और प्रबंधन नियंत्रण के हस्तांतरण के लिए कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड की 320 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली को मंजूरी दे दी है।”
जापान की है कंपनी
FSNL को खरीदने वाली जापानी कंपनी कोनोइक ट्रांसपोर्ट लिमिटेड नें 320 करोड़ की बोली लगाई थी. लेनदेन सलाहकार और परिसंपत्ति द्वारा किए गए मूल्यांकन के आधार पर सरकार द्वारा निर्धारित 262 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य से अधिक थी। कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड द्वारा 320 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई, जो दोनों बोलियों व आरक्षित मूल्य से भी अधिक थी। मंत्रालय ने कहा कि दूसरी बोली इंडिक जियो रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड (चंदन स्टील लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी) की थी।
क्यों हो रहा है निजीकरण का विरोध
हड़ताल को लेकर भिलाई एफएसएनएल यूनियन प्रेसिडेंट अरुण सिंह सिसोदिया ने बताया कि “3000 करोड़ से अधिक की राष्ट्रीय संपत्ति को केवल 320 करोड़ में जापान की एक निजी कंपनी को सौंपा जा रहा है. एफएसएनएल को बिक्री सूची में शामिल किए जाने के बाद से इसके निजीकरण और विनिवेश के खिलाफ लगातार संघर्ष हो रहा है”
भारत में FSNL के 8 यूनिट है
भारत देश में FSNL के कुल 8 यूनिट है जिसमें बोकारो, दुर्गापुर, बर्नपुर, राउरकेला, विशाखापट्टनम, भिलाई, भाद्रवाली व हैदराबाद मुख्य है, बताया जा रहा है कि निजी हाथों में जाने से तक़रीबन 1.5 लाख लोग बेरोज़गार हो सकते है.
आपको बता दें कि इस आंदोलन में एफएसएनएल के अधिकारियों-कर्मचारियों के समर्थन में इंटक से संबंधित यूनियन भी सड़क पर उतरी है. इंटक के मुताबिक हड़ताल सेल के सभी यूनियन भिलाई, राउरकेला, इस्को बर्नपुर, दुर्गापुर, बोकारो स्टील प्लांट में एक साथ हड़ताल कर रहें है.