BILASPUR. जिले के सरकण्डा थाना में पदस्थ हेड कांस्टेबल के सुसाइड केस को लेकर परिजनों ने एसपी से जांच की मांग की थी। परिजनों ने प्रशिक्षु डीएसपी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए है। इस वजह से अचानक से हेड कांस्टेबल ने प्रताड़ना सहन नहीं कर पाने के कारण आत्महत्या की है। इस पर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने परिजनों को आश्वासन दिया है और मामले की जांच करने के निर्देश दिए है।
बता दें, दो दिन पूर्व सरकण्डा थाना में पदस्थ हेड कांस्टेबल लखन सिंह मेश्राम ने आत्महत्या कर ली। उनकी लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई पेड़ पर मिली थी।
लखन सिंह को थाने में मालखाना का चार्ज दिया गया था। जानकारी के मुताबिक थाना प्रभारी व प्रशिक्षु डीएसपी पर प्रताड़ना का आरोप है।
उनके द्वारा उन्हें न्यायालय में मालखाने की सामग्री को जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। अधिकारियों ने फटकार भी लगाई थी। माना जा रहा है कि इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या कर ली।
एसपी से मिलकर परिजनों ने इसकी शिकायत की और जांच की मांग के लिए आवेदन सौंपा व सर्व आदिवासी समाज ने भी एसपी से मुलाकात कर जांच करने का आग्रह किया।
फिर वे अपने गृह ग्राम चले गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने जांच के निर्देश दिए है। इस मामले की जांच एएसपी और सरकण्डा सीएसपी करेंगे।
गुरुवार से गायब थे हेड कांस्टेबल
हेड कांस्टेबल लखन सिंह मेश्राम ड्यूटी के बाद घर गए। फिर उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया। इसके बाद रात को करीब 12 बजे अचानक घर से निकल गए।
तड़के 3 बजे परिजनों की नींद खुली तो हेड कांस्टेबल घर पर नहीं थे। तब उन्हें गायब देखकर तलाश शुरू की गई। परिजनों को लगा कि वे थाने गए होंगे। लेकिन वे थाने में नहीं थे। दूसरे दिन तलाश किया गया तब उनकी लाश पेड़ पर फंदे से लटकती मिली। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या करने का पता चला।