BHILAI.ठेका श्रमिकों के साथ कई बार दुर्घटनाएं हो जाती है। जिससे उनको व उनके परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ता है ऐसे में हर एक श्रमिक का बीमा अनिवार्य होना चाहिए। यह मांग भिलाई इस्पात संयंत्र के यूनियन वर्कर्स अध्यक्ष उज्जवल दत्त ने प्रबंधन से मांग की है। संयंत्र में कार्यरत प्रत्येक एजेंसी के श्रमिकों को 10 लाख का बीमा प्रबंधन द्वारा दिया जाना चाहिए। वर्ष 2024 से यह लागू किया जाए। इसकी मांग यूनियन कर रहा है।
बता दें,बीएसपी वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष ने श्रमिकों के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीएसपी प्रबंधन से बीमे की मांग की है। उज्जवल दत्त ने जानकारी देते हुए कहा कि भिलाई स्टील प्लांट के अंदर केवल संयंत्र में सीधे रजिस्टर्ड ठेकेदार के साथ ही अन्य कई पब्लिक सेक्टर, सरकारी या गैर सरकारी संस्थाओं के भी ठेका श्रमिक कार्यरत है उन सभी के लिए 10 लाख का बीमा को अनिवार्य करे।
जिससे सभी ठेका श्रमिकों के परिवार को किसी दुर्घटना से इस योजना का लाभ मिले। बैठक में यूनियन वर्कर्स के अध्यक्ष उज्जवल दत्त, अमित बर्मन, सुरेश सिंह, धनंजय गिरी, रविशंकर सिंह, मोहम्मद ईशा, रहमान नेगी सहित बड़ी संख्या में श्रमिक उपस्थित थे।
उच्च अधिकारियों से की चर्चा
श्रमिकों का दुर्घटना बीमा दिलाने के संबंध मे ंबीएसपी के प्रबंधकों के साथ चर्चा की गई और जल्द ही भिलाई इस्पात संयंत्र के नीतियों में सुधार कर सभी प्रकार के ठेका श्रमिकों को इस योजना का लाभ दिलाया जाएगा।
बायोमेट्रिक पद्धति है श्रमिकों के लिए छलावा
यूनियन ने आरोप लगाया है कि ठेका श्रमिको को आज तक भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन नेसुरक्षा के सामग्री ही उपलब्ध नहीं कराया है। साधारण जूते, हेलमेट और दस्ताना जैसे चीजों के लिए ही सुरक्षा साधनों के लिए ठेठा समिति को संघर्ष करना पड़ता है। कुछ संस्थाओं को छोड़कर ज्यादातर जगह में सेफ्टी सामग्री की क्वालीटी इतनी खराब होती है कि उसके उपयोग से किसी प्रकार के भी सुरक्षा का लाभ नहीं मिल पाता है। प्रबंधन ने ठेका कर्मचारियों को बायोमैट्रिक से जोड़ा जरूर है लेकिन इससे उन्हें सुरक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।