SAKTI. छत्तीसगढ़ चुनाव की सरगर्मी इन दिनों चरम पर है, एक तरफ मान मनौवल का दौर तो दूसरी तरफ इस्तीफों और नाराजगी की दौर शुरू है, इसी बीच सक्ती जिले के जैजैपुर विधानसभा से बड़ी खबर निकलकर आ रही है, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व जिला उपाध्यक्ष टेकचंद चंद्रा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वे पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। जैजैपुर से जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बालेश्वर साहु को टिकट दिया गया है, जबकि पिछले दो बार से टेकचंद टिकट के दावेदार थे। इतना ही नहीं वे जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र से वे निर्दलीय चुनाव लड़ने भी जा रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टेकचंद चंद्रा दो बार से जिला पंचायत सद्स्य रह चुके हैं। क्षेत्र में उनका अच्छा खासा जनाधार है, इससे कांग्रेस की मुश्किलें अब बड़ गई है, क्योंकि उनसे सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हो सकता है। टेकचंद चन्द्रा ने बताया कि 1983 से कांग्रेस पार्टी से जुड़कर लगातार जनता की सेवा करते आ रहा था। सबसे पहले सोसायटी अध्यक्ष के रूप में चुनाव जीता उसके बाद पानी पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी जीता हूँ उसके बाद महिला सीट होने के कारण मेरी पत्नी माधुरी चन्द्रा झालरौंदा की 2010 से 2015 तक सरपंच बनी जो कि अभी वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य भी है।
उन्होंने बताया कि उसके बाद 2015 में मैंने जिला पंचायत का चुनाव लड़ा और जीत हासिल किया। और लगातार कांग्रेस पार्टी के हाईकमान के निर्देशों कापालन कर जनता की सेवा करता आ रहा था। 2018 में भी जैजैपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से प्रबल दावेदार था लेकिन अचानक अनिल चन्द्रा को प्रत्याशी बना दिया। उस समय मुझे दुख हुआ लेकिन सबकुछ भूलकर पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करता रहा और मुझे लगा कि चलो अगले विधानसभा चुनाव में मुझे टिकिट अवश्य मिलेगा। लेकिन 2018 की भांति 2023 में भी मुझे दरकिनार कर दिया और बालेश्वर साहू को प्रत्याशी बना दिया। जिसके कारण मुझे असहनीय पीड़ा हुई है। तभी क्षेत्र के जनताओं के कहने पर मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हूँ।