BHILAI. भिलाई नगर में मंगलवार को छत्तीसगढ़ की अग्रणी महिला संस्था स्वयंसिद्धा ए मिशन द्वारा देश में महिलाओं के पर होने वाले अत्याचार के विरोध में मौन जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया जाएगा।
स्वयंसिद्धा फाउंडेशन की फाउंडर डॉ.सोनाली चरकावर्ती का कहना है कि, वो चाहते हैं हम चुप रहे, तो हम चुप रहेंगे। लेकिन याद रखें कि यह चुप्पी तूफान के पहले की खामोशी है। कहीं ऐसा ना हो संपूर्ण नारी जाति बेटों को जन्म देने से घबराने लगे फिर आपकी ‘बेटा बचाओ मुहिम’ किसी काम नहीं आने वाली”।
संस्था द्वारा भिलाई की तमाम महिला संगठनों को मौन जुलूस में शामिल होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आव्हान किया गया है।
इस जुलूस के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से चुप रह कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का उद्देश्य है। इस दौरान प्रधानमंत्री को मणिपुर सहित देशभर में महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में चिट्ठी लिखी जाएगी। उन्होंने बताया कि, हम सरकार से किसी भी तरह की सजा की मांग नहीं करते लेकिन सरकार से हमारा यह सवाल है कि, महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा क्या किया जा रहा है?
स्वयंसिद्धा डायरेक्टर डॉ सोनाली चक्रवर्ती का मानना है कि जाति धर्म से ऊपर उठकर व एकजुट होकर हम संगठन की शक्ति दिखाएंगे । मंगलवार की शाम 5:00 बजे सिविक सेंटर के मॉन्यूमेंट से इस जुलूस की शुरूरत की जाएगी जिसमें भिलाई की तमाम महिला संगठन व समितियां भी शामिल होंगी।
ऐसे होगा प्रर्दशन
इस दौरान एक दिन के लिए ही सही द्रोपदी की प्रतिज्ञा दोहराई जाएगी। इस दौरान मौन जुलूस में शामिल महिलाएं बाल खोलकर काले कपड़ों के साथ प्रर्दशन करेंगी। इनका मानना है कि महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार का क्रोध अब उस सीमा तक पहुंच गया है जहां चुप्पी जरूरी है।
ये होंगे शामिल
स्वयंसिद्धा ‘ए मिशन विद ए विजन’, मातृशक्ति महिला मंडल हुडको, ओजस महिला समिति, श्रृंखला फाउंडेशन, राजराजेश्वरी महिला समिति, रामनगर, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा वीरांगना दुर्ग भिलाई, क्षत्रिय कल्याण सभा महिला प्रकोष्ठ सेक्टर 7, संयुक्त महिला समिति रिसाली, संपर्क क्रांति परिवार छत्तीसगढ चैप्टर, आराध्या देवी दुर्गा समिति, दीदी बहिनी नेपाली समूह, कुर्मी क्षत्रिय महिला समाज, वैष्णव समाज भिलाई, मनवा कुर्मि क्षत्रिय महिला समाज भिलाई नगर इन सभी ने जुलूस में शामिल होने को स्वीकृती दे दी है। इसके अलावा जीवन बीमा निगम एवं तमाम बैंक के महिला कर्मियों से भी इस अभियान में शामिल होने का आग्रह किया गया है।