काशी। श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण सोमवार को रेवती नक्षत्र में दिन में 1:37 बजे से 1:57 बजे तक 20 मिनट का शुभ मुहूर्त में होगा। 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने जा रहा है। राम मंदिर के लिए मुहूर्त तैयार करने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने बताया कि 13 दिसंबर को रेवती नक्षत्र में दिन में 1:37 बजे से 1:57 बजे तक 20 मिनट का शुभ मुहूर्त प्राप्त हुआ है।
इस अवसर के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री मोदी हैं। वाराणसी आगमन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि काशी पहुंचकर अभिभूत हूं। कुछ देर बाद ही हम सभी काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के लोकार्पण के साक्षी बनेंगे। इससे पहले मैंने काशी के कोतवाल काल भैरव जी के दर्शन किए।
क्रूज से ललिता घाट की ओर गए प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री खिड़किया घाट से ललिता घाट की ओर क्रूज से गए। गंगा के दोनों किनारों पर खड़े लोग हर-हर महादेव के जयकारे लगाए।
काल भैरव मंदिर पहुंचे पीएम मोदी
पीएम मोदी काल भैरव मंदिर पहुंच चुके हैं। काल भैरव को काशी का कोतवाल कहा जाता है। पूजा करने के बाद प्रधानमंत्री जब बाहर निकले तो मौजूद लोगों ने उनका स्वागत किया। करीब सवा घंटे तक गर्भगृह में पूजा अर्चना के बाद पीएम मोदी मंदिर चौक पर संतों और प्रबुद्धजनों की मौजूदगी में स्वर्ण शिखर को निहारते हुए आयोजित कार्यक्रम में स्थान ग्रहण करेंगे।
22 मिनट में संपन्न हुआ अनुष्ठान
करीब 12 बजे पीएम काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश किए। अनुष्ठान 22 मिनट में संपन्न हो गया। मंगलाआरती के बाद वैदिक विद्वान चारों वेदों की ऋचाओं और मंत्रों का पारायण किया गया।
अभिषेक कर पीएम मोदी मुख्य यजमान बने
रवियोग के अद्भुत संयोग में राजोपचार विधि से देश की सभी नदियों के जल से काशीपुराधिपति का अभिषेक कर पीएम मोदी मुख्य यजमान बनेंगे। देवाधिदेव महादेव के विस्तारित दरबार की पूजा अर्चना के बाद मंदिर चौक पर पीएम देश भर के प्रमुख संतों के साथ संवाद करेंगे।
काशी में उमड़ा आस्था का सैलाब
भारी संख्या में लोग इस पावन पल का साक्षी बनने के लिए काशी पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री जब बाबा श्री काशी विश्वनाथ का अनुष्ठान करेंगे उस दौरान 51 बटुक वेदों का सस्वर पाठ करेंगे।
241 साल बाद बाबा के धाम का नया स्वरूप
गंगा तट से मंदिर के गर्भगृह तक बने काशी विश्वनाथ धाम का यह नया स्वरूप 241 साल दुनिया के सामने आ रहा है। इतिहासकारों के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर वर्ष 1194 से लेकर 1669 तक कई बार हमले हुए। 1777 से 1780 के बीच मराठा साम्राज्य की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। ढाई दशक बाद पीएम मोदी ने आठ मार्च 2019 को मंदिर के इस भव्य दरबार का शिलान्यास किया था।
सेना के हेलीकॉप्टर से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचे पीएम
प्रशासन को मिले प्रोटोकॉल के अनुसार प्रधानमंत्री सोमवार की सुबह 11 बजे विशेष विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से सेना के हेलीकॉप्टर से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय गए।
संतों की मौजूदगी में महादेव का अनुष्ठान
गंगा जल लेकर पीएम मोदी महादेव के भक्त के रूप में गर्भगृह पहुंचेंगे। जहां प्रमुख संप्रदायों के संतों की मौजूदगी में महादेव का अनुष्ठान होगा।
आम लोगों के लिए चार बजे तक बंद रहेगा धाम
काशी विश्वनाथ के अलौकिक परिसर के स्वागत में पूरी काशी शिव दीपावली की तैयारी में है। धाम आम लोगों के लिए सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक बंद रहेगा।
(TNS)