RAIPUR. विष्णुदेव साय के कैबिनेट को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के मुताबिक कल मुख्यमंत्री साय समेत 12 अन्य मंत्री भी शपथ ले सकते है। इसकी पुष्टि इस बात से की जा रही है क्योंकि राज्य के स्टेट गैरेज में 12 फ़ॉर्चूनर्स कार को पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। सभी कल शपथ ग्रहण समारोह के दौरान साइंस कॉलेज मैदान में पार्क करने के भी निर्देश मिले है।
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री का चयन कर लिया गया है। भाजपा के दिग्गज आदिवासी नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कुनकुरी से विधायक विष्णुदेव साय को प्रदेश की कमान सौंप दी गई है। विष्णुदेव साय कल यानी 13 दिसंबर को राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। उनके साथ उप मुख्यमंत्री और कई मंत्री भी शपथ ले सकते है। कल ही मध्यप्रदेश नए सरकार का शपथ ग्रहण का कार्यक्रम है लिहाजा इन में समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्री और संगठन के बड़े पदाधिकारी शिरकत कर सकते है। शपथ ग्रहण एक बाद ही से कैबिनेट का विस्तार होगा और मंत्रियो व उनके विभागों के नाम सामने आ पाएंगे। संभावना जताई जा रही है कि शपथ के बाद आयोजन स्थल से मंत्रियों की रवानगी इन्ही सरकारी गाड़ियों से होगी।
बहरहाल अब देखना होगा कि सीएम साय के साथ कितने मंत्री शपथ लेते है। हालाँकि यह तय है कि उप मुख्यमंत्री के रूप में अरुण साव और विजय शर्मा पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे लेकिन दुसरे मंत्रियों को लेकर आमजनों में खासी दिलचस्पी देखने को मिल रही है।
जानकारी के मुताबिक़ नई सरकार में मंत्रियों को नई गाड़ियों के बजाये पुरानी गाड़ियों की ही सवारी करनी पड़ेगी। नई सरकार फिलहाल नए वाहन खरीदने के मूड में नहीं है। इस तरह मंत्रियों को वही गाड़ियां अलॉट होंगी जिसे आदर्श आचार संहिता प्रभावी होते ही कांग्रेस के मिनिस्टर्स ने वापिस किया था।
फ़िलहाल सभी सरकारी वाहन स्टेट गैरेज में सर्विसिंग के बाद तैयार खड़ी है। सिर्फ उनका अलॉटमेंट ही बाकि है। बता दें कि पिछली बार यानि 2018 में कांग्रेस कैबिनेट गठन के पहले ही एक दर्जन नए वाहन की खरीदी कर ली गई थी।
दरअसल, डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में ही इन गाड़ियों के ख़रीद को मंजूरी मिल गई थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका था। इसके ठीक बाद चुनाव निबटते ही गाड़ियों की डिलीवरी भी हो गई थी। करीब 12 टाटा सफारी और फ़ॉर्चूनर्स की खरीदी हुई थी जिसे शपथ ग्रहण के थी बाद अलग-अलग मंत्रियों को अलॉट किया गया था। फिलहाल सभी गाड़ियां अब भी नई कंडीशन में है। ऐसे में नए वाहन ख़रीदे जाएँ ऐसी संभावना कम है।