KORBA. कोरबा जिले में एक अजीब तरह की घटना सामने आई है। दरअसल, घर में सो रही 3 साल की बच्ची काे उठाने से पहले चाय चढ़ाकर उसकी मां घर के पास दुकान में बिस्किट लेने चली गई। थाेड़ी देर में लौटी तो बच्ची के मुंह में छिपकली देखकर उसने चीख-पुकार मचाई। लोग पहुंचे तो देखा कि छिपकली का दुम वाला हिस्सा बाहर था और बाकी मुंह में। तब तक बच्ची की मृत्यु हो चुकी थी। पोस्टमार्टम में बच्ची की मौत जहर से होने की अाशंका जताई गई है।
जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के बांकीमाेंगरा इलाके के नागिनभाठा के रहने वाले राजकुमार सांडे (40) सपरिवार रहता है। साेमवार को सुबह वह तालाब की ओर गया था। बाकी बच्चे खेल रहे थे, 3 साल की बेटी गुड्डी पलंग में मच्छरदानी के भीतर सो रही थी। उसकी मां घर में बिस्किट खत्म हाेने पर पास की दुकान में गई। जहां से थाेड़े देर में बिस्किट लेकर लाैटी, फिर वह बच्ची काे उठाने पहुंची ताे उसके हाेश उड़ गए।
बच्ची मृत हालत में पड़ी थी और उसके मुंह में छिपकली नजर आ रही थी। उसकी चीख सुनकर पड़ोसी पहुंची, फिर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची के शव का पाेस्टमार्टम कराया। बांकीमाेंगरा टीअाई ने बताया कि सुमेधा वार्ड में 3 साल की बच्ची के मुंह में छिपकली के काटने से माैत की सूचना दी गई। मामला संदिग्ध मानकर मर्ग कायम करते हुए पीएम कराया गया है। इस मामले की जांच जारी है। पीएम रिपाेर्ट आने पर कारण स्पष्ट हाेगा।
जांच के बाद ही वजह स्पष्ट होगी
जूलाॅजी के सहायक प्रोफेसर बलराम कुर्रे के अनुसार घर में पाई जाने वाली छिपकली में इतना जहर नहीं होता कि वह किसी की जान ले सके। यदि छिपकली मुंह में घुस गई है, तो श्वास नली से सांस रुक जाना भी बच्चे के मौत का कारण हो सकता है। हालांकि घरेलू छिपकली में कुछ मात्रा में जहर जरूर होता है, जिससे फूड प्वाइजनिंग या हैजा की बीमारी हो सकती है, इसलिए बच्चे की मौत का वास्तविक कारण क्या है, यह जांच का विषय है।