PRAYAGRAJ. प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल शूटआउट केस में माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा के समर्थन में यूपी बार काउंसिल खड़ा हो गया है। दरअसल, उनके खिलाफ तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने को लेकर एफआईआर दर्ज हुई थी। इस पर यूपी बार काउंसिल ने नाराजगी जताई है। यूपी बार काउंसिल का मानना है कि ऐसा लगता है कि विजय मिश्रा को उसके मोबाइल से दूर करने के लिए प्रशासन ने यह एफआईआर दर्ज की है।
यूपी बार काउंसिल भी इस मामले में अपनी तरफ से जांच कराएगा। इस जांच में अगर आरोप सही पाए गए, तो कोई बात नहीं। मगर, यदि आरोप गलत पाए जाते हैं और ऐसा लगता है कि विजय मिश्रा को गलत फंसाया गया है, तो बार काउंसिल मजबूती से उनकी लड़ाई लड़ेगा।
मामले में बार काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य अमरेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि इस बारे में यूपी सरकार और प्रयागराज पुलिस को जानकारी दे दी गई है। बार काउंसिल भी अपने स्तर से मामले में जांच कर रहा है। विजय मिश्रा का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपने मुवक्किल का पक्ष कोर्ट में रखना कतई गलत नहीं है। कोई भी आरोपी वकील के माध्यम से ही कोर्ट में अपनी बात रखता है। वकील पर दबाव बनाना और उसे फर्जी मुकदमे में फंसाना पूरी तरह गलत है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अतीक के परिवार की महिलाएं हैं फरार
अतीक अहमद के परिवार की तीन महिलाएं अब भी फरार हैं। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, उसकी देवरानी और अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा के अलावा अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की पुलिस तलाश कर रही है।
मगर, अभी तक पुलिस को इस मामले में कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस को आशंका है कि शाइस्ता परवीन और उसकी देवरानी जैनब फातिमा में टकराव है। बताया जा रहा है कि अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी अपनी छोटी भाभी जैनब फातिमा के साथ है। पुलिस को खबर मिली है कि जैनब और आयशा नूरी प्रयागराज में ही कहीं छुपी हुई है।