तीरंदाज न्यूज। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के नेता कुछ नया नहीं सोच पा रहे हैं। आलम यह है कि गुजरात चुनाव के लिए एक नारा तक पार्टी का नेता नहीं दे पाया। यही कारण है कि साल 2017 में समाजवादी पार्टी का फ्लॉप हो चुका नारा ‘काम बोलता है’ कांग्रेस ने गुजरात में अपना लिया है।

इस नारे के साथ पूरे राज्य में पार्टी के होर्डिंग लगाए जाएंगे और जनता को याद दिलाया जाएगा कि कांग्रेस के शासनकाल में गुजरात का विकास कैसे हुआ। इसे गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात में कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक की मौजूदगी में लॉन्च किया गया। हालांकि, उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने ‘कम बोलता है’ का नारा भी दिया था। मगर, इसके बाद भी कांग्रेस की सत्ता में वापसी नहीं हो सकी थी।
गुजरात कांग्रेस ने ‘कम बोलता है’ अभियान के तहत मतदाताओं को जोड़ने की योजना बनाई है। मिस्ड कॉल के जवाब में वोटरों को बुलाकर पार्टी एक मिनट में कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में किए गए कामों को बताया जाएगा। इसमें आदिवासियों के लिए पेसा कानून, आदिवासियों के हक की लड़ाई, गांव-गांव में दूध डेयरी खोलने जैसे कार्यों को बताया जाएगा।
इसके अलावा गांवों में बंदरगाह, एयरपोर्ट, अस्पताल खोलने जैसे कदमों की भी गिनती की जा रही है। लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा और मध्याह्न भोजन का भी उल्लेख है।