TEL AVIV NEWS. दक्षिण गाजा के राफेह में एक हमले में हमास का शीर्ष नेता याह्या सिनवार मारा गया है। यह दावा इजराइल सरकार ने किया है। सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमास से आतंकी हमले मास्टरमाइंड माना जाता है। इस बर्बर हमले में 1400 इजराइली नागरिक मारे गए और 250 से ज्यादा लोगों को हमास के लड़ाकों ने बंधक बना लिया था। इजराइल के विदेश मंत्री इसराइल कात्ज ने कहा कि आईडीएफ के एक अभियान में सिनवार मारा गया। इससे पहले, इजराइली सेना ने कहा था कि वह जांच कर रहा है मारा गया व्यक्ति सिनवार है कि नहीं। हालांकि, सिनवार की मौत पर अभी तक हमास की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
वहीं, इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया है कि गाजा में जिन लोगों ने बंधकों को रखा है वे उन्हें रिहा कर दें, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। सिनवार की मौत के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि होलोकॉस्ट के बाद इतिहास में हमारे लोगों का सबसे बड़ा नरसंहार करने वाले का इजराइल ने हिसाब चुकता कर दिया है। सिनवार की मौत का पल, हमारे बंधक नागिरकों को वापस घर लाने के लिहाज से बेहद है। हालांकि जंग अभी खत्म नहीं हुई है। हमास का कोई भी लड़ाका जो अपने हथियार डालता है और बंधकों की वापसी में मदद करता है, उसे गाजा से सुरक्षित बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी।
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बता दें कि सिनवार का पूरा नाम याह्या इब्राहिम हसन सिनवार था। उसका जन्म गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में स्थित खान यूनिस के शरणार्थी कैंप में हुआ था। याह्या के मां-बाप अश्केलॉन के थे। 1948 में इजराइल की स्थापना हुई और हजारों फिलिस्तीनियों को उनके पुश्तैनी घरों से निकाला गया, तो याह्या के माता-पिता भी शरणार्थी बन गए थे। दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों का अपहरण और उनकी हत्या करने के आरोप में सिनवार को 1989 में गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त याह्या की उम्र 19 साल थी। मुकदमा चला। बाद में उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गईं। हालांकि, 2011 में इजराइली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में 1000 से ज्यादा कैदियों की अदला-बदली के दौरान सिनवार को भी रिहा कर दिया गया था। तब तक सिनवार करीब 22 साल जेल में बिता चुका था।
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मरने के बाद ऐसे हुई सिनवार की पहचान
सिनवार किस जगह मारा गया है उसकी जानकारी अभी भी इजरायल ने नहीं दी है। शवों से इजरायली सैनिकों को इजरायली नकदी और पहचान से जुड़े दस्तवेज मिले। उन्होंने सिनवार की पहचान की पुष्टि करने के लिए फोटो इजरायली पुलिस की फोरेंसिक इकाई को भेज दिया। यूनिट की प्रमुख सहायक आयुक्त अलीजा रजील ने पुष्टि की कि तस्वीरों में शव के दिख रहे दांत, उस रिकॉर्ड से मेल खाता है जो सिनवार के इजरायल की हिरासत में रहने के दौरान लिए गए थे। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सिनवार के दांदों का डेटा फाइल में था। मिलान एकदम सटीक था।