RAIPUR NEWS. गैंगस्टर अमन साव को झारखंड के बाद रायपुर पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया है। छत्तीसगढ़ के कारोबारियों से रंगदारी वसूलने गोली चलवाने वाले वांटेड अमन को कोर्ट ने सुनवाई के बाद पुलिस रिमांड में भेज दिया है। विशेष न्यायाधीश भूपेश कुमार बसंत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद 18 अक्टूबर तक पुलिस को रिमांड दिया है, लेकिन कोर्ट ने निर्देश दिया है कि गैंगस्टर से पूछताछ उसके अधिवक्ता के सामने किया जाए। उससे अकेले में पूछताछ नहीं किया जाएगा। इस दौरान उसके सेहत का ध्यान रखना होगा। मेडिकल जांच करना होगा। है। 24 घंटे उसकी सुरक्षा में हथियारों से लैस जवान रहेंगे। गंज थाना के बाहर भी फोर्स लगाई गई है।
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दरअसल, 17 साल की उम्र में ही अमन साव ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। रांची के छोटे से गांव मतबे का रहने वाला अमन (29) सबसे पहले वह नक्सलियों के संपर्क में आया और उनके लिए काम करने लगा। वह उनके लिए शहरी नेटवर्क का काम करता था। कुछ समय वह जंगल में हथियार लेकर घूमा। पहली बार उसने 2012 में नक्सलियों की ओर से बंदूक चलाई और हार्डकोर नक्सली बन गया। इस दौरान वह मयंक सिंह, सुनील मीणा और सुजीत सिंह के संपर्क में आया। तीनों 2013 में नक्सली बेड़े से भागे और अपना गैंग बनाया। कुछ दिनों बाद ही उन्होंने रंगदारी शुरू कर दी। वे बिल्डर, कोल कारोबारी और बड़े ठेकेदार को निशाना बनाने लगे। इस बीच पुलिस की छापेमारी से बचने मयंक सिंह मलेशिया शिफ्ट हो गया। सुनील मीणा भी सिंगापुर में और सुजीत पुर्तगाल चला गया है। तीनों विदेश से गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं। वहीं से बैठकर सुपारी लेते और शूटर भेजते हैं। सुनील का काम मयंक सिंह और अमन साव का सोशल मीडिया संभालना है। वही हर तरह के मैसेज पोस्ट करता है और घटना की जिम्मेदारी लेता है।
पुलिस के मुताबिक अमन के खिलाफ अकेले झारखंड में 142 से ज्यादा केस दर्ज है। उसके खिलाफ एनआईए, एटीएस और पुलिस जांच कर रही है। उसने 2010 में 78 प्रतिशत अंक लाकर मैट्रिक पास की। उसके बाद पढ़ाई के लिए पंजाब मोहाली चला गया। वहां से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एवं कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया है। पढ़ाई के बाद वह नक्सलियों से जुड़ गया। वह पहली बार 2019 में पकड़ा गया। कुछ ही माह जेल में रहा और 29 सितंबर 2019 को भाग गया। इस दौरान उसने 100 से ज्यादा अलग-अलग वारदातें की। छत्तीसगढ़ में भी शूटआउट कराया। तीन साल पहले वह जुलाई 2022 में चुटिया थाना क्षेत्र में पकड़ा गया। उसी के बाद से पुलिस के कब्जे में है।
पुलिस के मुताबिक गंज में दर्ज हत्या की कोशिश और रंगदारी के मामले में अमन साव को गिरफ्तार किया गया है। अमन ने एक कारोबारी को मारने के लिए मई में अपने गुर्गे और शूटर भेजा था, जिसे पुलिस ने भाठागांव बस स्टैंड के पास पकड़ लिया था। इसमें चार लोगों की पहले गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा अमन के खिलाफ सिविल लाइन और तेलीबांधा थाना में भी केस दर्ज है। शंकर नगर में एक कारोबारी के घर पर अमन के शूटर ने गोली चलाई थी। इसमें दो लोग गिरफ्तार हुए है। तीसरी घटना अगस्त में तेलीबांधा में किए। पीआरए ग्रुप के बाहर दो शूटर ने गोली चलाया था। इसमें 7 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों से पूछताछ के दौरान अमन का नाम सामने आया है।
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जानिए कितनी बार जा चुका है जेल
अमन को पुलिस एक जेल में नहीं रख पा रही है। 9 माह में 11 बार उसका जेल बदला जा चुका है। जेल में सुविधा नहीं मिलने पर वह दो जेलर और उसके परिवार वालों पर हमला करवा चुका है। रायपुर कोर्ट से वारंट जारी होने पर वह 3 बार वह जेल बदलवा चुका है। वह जेल से गैंग चलाता है। उसके गैंग में 170 से ज्यादा गुर्गे और 50 से ज्यादा शूटर हैं। उसके पास हर तरह का हथियार और बंदूकें है।