NEW DELHI NEWS. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं। PM मोदी अमेरिकी दौरे के अंतिम दिन रविवार को न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड पहुंचे। 75 सालों के इतिहास में यह पहली बार है, जब कोई भारतीय पीएम यहां पहुंचे। मोदी ने यहां 15 हजार प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने कई बड़े एलान किए। उन्होंने बताया कि आज भारत का 5जी मार्केट अमेरिका से भी बड़ा हो चुका है और ये सिर्फ दो साल के भीतर हुआ है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत ‘मेड इन इंडिया’ 6जी पर काम कर रहा है। भारत चाहता है दुनिया में ज्यादा से ज्यादा डिवाइस मेड इन इंडिया चिप पर चलें। हमने सेमीकंडक्टर सेक्टर को भी भारत की तेज ग्रोथ का आधार बनाया है। यह छोटी सी चिप विकसित भारत की उड़ान को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। यह ‘मोदी की गारंटी’ है।
‘नमस्ते यूएस’ से शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि अब हमारा नमस्ते ग्लोबल हो गया है। आप सभी भारत के सशक्त ब्रांड एंबेसडर हैं। भारत आज अवसरों की धरती है, अब भारत अवसरों का इंतजार नहीं करता। अवसरों का निर्माण करता है। अब भारत पीछे नहीं चलता। यह नई व्यवस्थाएं बनाता है। अब भारत नेतृत्व करता है। भारत रुकने वाला है, भारत थमने वाला नहीं है। पीएम ने अर्थव्यवस्था के बढ़ते आकार को लेकर भी कहा कि एक दशक से भारत, 10वें नंबर से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया है। अब हर भारतीय चाहता है कि भारत जल्दी से तीसरे नंबर की सबसे बड़ी इकोनॉमी बने। उन्होंने कहा कि भारत आज, land of opportunities है, अवसरों की धरती है। अब भारत, अवसरों का इंतजार नहीं करता, अवसरों का निर्माण करता है।
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पीएम मोदी ने कहा कि भारत पेरिस जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने वाला पहला जी20 देश है। दुनिया के मुकाबले हमारा कार्बन उत्सर्जन नगण्य है। हमने ग्रीन परिवर्तन का रास्ता चुना। मोदी ने कहा, 2024 का यह वर्ष पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। कुछ देशों के बीच संघर्ष और तनाव है, वहीं कई देशों में लोकतंत्र का जश्न मनाया जा रहा है। इस जश्न में भारत-अमेरिका साथ हैं। उन्होंने कहा, भारत में अब तक के सबसे बड़े चुनाव हुए हैं। अमेरिका की कुल आबादी से दोगुने लोगों ने वोट डाले।
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भारत की यूएन में स्थायी सदस्यता का समर्थन
अमेरिका के विलमिंगटन में आयोजित ‘क्वाड’ समिट के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया। विलमिंगटन डिक्लेरेशन भी जारी किया गया, जिसमें यूएनएससी को अधिक प्रतिनिधित्वपूर्ण, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया। समिट में यूक्रेन युद्ध, गाजा युद्ध और बांग्लादेश की स्थिति पर भी चर्चा हुई। समिट में पीएम मोदी ने कहा, ‘दुनिया तनाव और संघर्षों से घिरी हुई है। ऐसे में क्वाड का मिलकर चलना, पूरी मानवता के लिए बहुत जरूरी है।’