DESH VIDESH. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी रूस की यात्रा को लेकर काफी चर्चा में है। प्रधानमंत्री वैसे तो लगभग सभी देशों से भारत का संबंध अच्छा बनाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन रूस को भारत का सबसे बड़ा मित्र देश माना जाता है। ऐसे में यह यात्रा खास तौर पर महत्वपूर्ण है। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर चुके है। मोदी ने मॉस्को से ही भारत व रूस के मित्रता पर बात की। उन्होंने वहां रहने वाले अप्रवासी भारतीयों से कहा कि यहां मैं अकेले नहीं देश की मिट्टी व 130 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही तय कर लिया था कि अपने दो कार्यकाल की तुलना में इस बार यानी की तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत में 3 गुना अधिक कार्य करूंगा। यहीं वजह है कि उनकी रूस की यात्रा को महत्वपूर्ण मानी जा रही है। रूस व भारत की मित्रता को तो सभी जानते है लेकिन जब मंच से संबोधित करते हुए स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस की तारीफ की तो यह साफ हो गया कि प्रधानमंत्री भारत व रूस की मित्रता को और भी गहरा करना चाहते है।
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि रूस भी इस मित्रता को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई योजनाओं व भारत में युवाओं को रोजगार के लिए कई तरह की योजनाओं पर बात की है।
भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी सरकार के तीसरे कार्यकाल का लक्ष्य भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है।
रूस की सेना के भारतीय आएंगे भारत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस की यात्रा में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। उन्होंने इस मुलाकात में भारत व रूस के संबंध पर चर्चा की। पीएम की यह यात्रा भारत के लिए काफी अच्छी साबित होने की उम्मीद लगाई जा रही है। पीएम ने पुतिन से व्यापार, सुरक्षा, पर्यटन, शिक्षा सहित अनेको विषयों पर चर्चा की। इस दौरान रूस की सेना में कार्य कर रहे भारतीय सैनिकों को भी भारत वापस भेजने पर बात की है। उम्मीद है कि जल्द ही सेना के जवान भारत में होंगे।