JAGDALPUR. भाजपा नेता भोजराज नाग ने कहा है कि धर्मांतरित आदिवासियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। इतना ही नहीं भोजराज नाग ने स्थानीय सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों के साथ मिलकर बस्तर कलेक्टर से मुलाकात की और धर्मांतरित लोगों के शव को गांवों में दफनाने का विरोध किया है।
विधानसभा चुनाव से पहले ही धर्मांतरण छत्तीसगढ़ में एक बड़ा मुद्दा रहा है। खासकर भाजपा और हिंदुवादी संगठन धर्मातरण को लेकर भूपेश सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। जिसका फायदा भी उन्हे विधानसभा चुनाव में मिला है। लेकिन भाजपा अब धर्मातरण से आगे बढ़कर धर्मांतरण करने वालों को आरक्षण का लाभ नहीं देने की वकालत कर रही है।
कांकेर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भोजराज नाग ने आदिवासियों के धर्मांतरण के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। भोजराज नाग ने कहा है की अनुसूचित जनजाति का कोई व्यक्ति अगर धर्मांतरण करता है तो उसे आरक्षण का लाभ नही मिलना चाहिए।
भोजराज नाग ने कहा है कि पहले से ही आर्टिकल 341 में यह प्रावधान है, उन्होंने आर्टिकल 342 में भी संशोधन करने और धर्मांतरण करने वाले अनुसूचित जनजाति के लोगों को धर्मांतरण का लाभ न दिए जाने की मांग कर दी है।
मंगलवार को जगदलपुर पंहुचे भोजराज नाग ने स्थानीय सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों के साथ मिलकर बस्तर कलेक्टर से मुलाकात की और धर्मांतरित लोगों के शव को गांवों में दफनाने का विरोध किया।
बता दें कि हाल ही में उच्च न्यायालय ने बस्तर जिले के छिंदबहार गांव में धर्मांतरित मृतक के शव को दफनाने का आदेश मृतक की भूमि में ही दिया था। भोजराज नाग ने कहा है कि मृतक के धर्मांतरित होने को लेकर उच्च न्यायालय को गुमराह किया गया। इसे लेकर जल्द ही समाज अपना पक्ष उच्च न्यायालय के समक्ष रखेगा।