SUKMA. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को खत्म करने के उद्देश्य से नक्सल विरोधी अभियान पुलिस जवानों द्वारा चलाया जा रहा है. आज सुकमा के डीआरजी, एसटीएफ, 201 वाहिनी कोबरा एवं जिला दंतेवाड़ा के डीआरजी बलों द्वारा इस अभियान को संचालित किया गया. जिसमें इन पुलिस जवानों ने नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाली जगहों में जाकर ये अभियान चलाया. इस दौरान उन्होंने नक्सलियों के दो कैम्प को ध्वस्त कर दिया. तो वहीं जवानों को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED को भी खोज कर नष्ट कर दिया गया.
मिली जानकारी के अनुसार, सुकमा-दंतेवाडा सीमा क्षेत्र के गोगुंडा, सिमेल, तुम्मापाड़, गट्टापाड़ व तोयापारा पहाड़ियों को नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है. इन क्षेत्रों में पुलिस के जवानों ने 48 घंटों तक संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान चलाया है.
इस अभियान के दौरान पुलिस जवानों ने 80 से 100 नक्सलियों के रहने लायक 2 बड़े कैम्पों को ध्वस्त कर दिया है. तो वहीं नक्सलिय्पों द्वारा पुलिस जवानों को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से लगाए गये 4 IED को खोज कर नष्ट कर दिया है.
सर्चिंग के दौरान सीमेल की पहाड़ी में पुलिस जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सली मौके से भाग निकले, पुलिस जवानों ने भारी मात्रा में वहां से नक्सलियों द्वारा उपयोग की जाने वाली सामग्रियों को बरामद किया है.