अयोध्या। धर्म-आस्था और अप्रतिम श्रद्दा का स्थल अयोध्या (Ayodhya) नगरी का नाम आते ही तन-मन में पूरी निष्ठा से श्रद्धा का भाव पैदा हो जाता है। भारत के हर रहवासियों के रोम-रोम में जहां भगवान राम (Lord Ram) का नाम बसा हुआ है। ऐसी राम की नगरी ने दीप उत्सव से विश्व में प्रकाश फैलाया है। जहां 9,41,551 दीप (Deep) एक साथ प्रज्वलित कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (world record) बनाया है।
धनचौदस पर अयोध्यानगरी भगवान राम की जन्म भूमि (Birth place) सरयू नदी (Saryu River) किनारे राम की पौड़ी पर अद्भुत, अप्रतिम…मनोहारी दिव्य देखने को मिला दीपोत्सव में विदेशी राजदूतों समेत 10 हजार मेहमान और 20 हजार से अधिक अवध के युवा इस दृश्य के साक्षी बने।
विदेशी राजदूतों समेत 10 हजार मेहमान बने गवाह
सरयू किनारे राम की पैड़ी पर अद्भुत, अप्रतिम…मनोहारी दिव्य दीपोत्सव ने समूचे विश्व को मानो मोह लिया हो। विदेशी राजदूतों (foreign ambassadors) समेत 10 हजार मेहमान और 20 हजार से अधिक अवध के युवा तो साक्षी थे ही, ई-प्लेटफॉर्म पर करोड़ों दर्शक प्रभुराम की राजगद्दी संभालने के बाद इस खुशी के गवाह बने।
धर्म और आस्था (religion and faith) के केंद्र ने बना दिया रिकॉर्ड
दीपों की माला से रोशन अयोध्या धाम में न सिर्फ एक साथ सर्वाधिक 9,41,551 दीप एक साथ प्रज्वलित होने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं कहकर अगले साल होने वाले चुनाव का मूड भी भांपने से नहीं चूके।
5100 दीपों से मां सरयू की आरती उतारी
सूरज ढलते ही अयोध्या में अलौकिक दिव्यता से त्रेतायुग जीवंत हो उठा। सीएम योगी ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या समेत मंत्रियों के साथ 5100 दीपों से मां सरयू की जैसे ही आरती उतारी पूरी अयोध्या दीपों से जगमगा उठी। दीपोत्सव के नोडल अधिकारी शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि राम की पैड़ी पर अवध के हजारों युवाओं ने 10,95,645 दीप सजाकर 9,41,551 दीप जलाने का रिकॉर्ड बनाया। हालांकि इस बार के लिए साढ़े सात लाख दीप जलाने का ही लक्ष्य रखा गया था।
लक्ष्य हो गया बौना
लेकिन यह युवाओं की मेहनत का नतीजा था कि लक्ष्य बौना हो गया एक साथ 40 मिनट के भीतर नौ लाख 41 हजार पांच सौ 51 दीप पांच मिनट तक अनवरत जलाने का नया गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया गया। दीपों से सजे रामायण कालीन दृश्यों को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध था। इस बार पिछले साल की तुलना में करीब सवा तीन लाख दीप ज्यादा लगाए गये थे।
(TNS)