भिलाई। बस्तर के घने जंगलों को चीरती बम-बंदूकों की आवाजों के बीच किसी अनछुई कहानियों का शब्दों में पिरो जाना, कहीं न कहीं सुरक्षा में तैनात रौबदार वर्दी के पीछे के अनछुए पहलु, जवानों का संघर्ष, उनकी पीड़ा एक पुस्तक के रूप में सामने आना वरिष्ठ पत्रकार कोमल पुरोहित धनेसर की मर्मस्पर्शी भावना को उजागर... Read More