RAJNANDGAON. बीते 17 मई को राजनांदगांव जिले के घुमका थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बिजेतला के कुएं में बोरी में एक शव मिला था। इस मामले में जांच कर रही पुलिस ने मृतक के भाई सहित उसके माता,पिता को गिरफ्तार किया है। इस सनसनीखेज हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से किया है।
राजनांदगांव जिले के घुमका थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते 17 मई को बिजेतला गांव के एक सूखे कुएं से पुलिस को बोरियों में भरा शव बरामद हुआ था। जिसकी पहचान गांव के ही 26 वर्षीय वेदप्रकाश निर्मलकर के रूप में की गई थी। जिसके बाद पुलिस इस सनसनीखेज हत्या के मामले की जांच में जुटी हुई थी। इस दौरान पुलिस को ग्रामीणों से पता चला कि मृतक वेदप्रकाश निर्मलकर विगत 3 दिनों से लापता था। लेकिन उसके गुम होने के संबंध में उसके परिजनों द्वारा किसी प्रकार की सूचना थाने में नहीं दी गई है।
वहीं जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक का उसके छोटे भाई बालमुकुंद निर्मलकर और उसके माता, पिता व छोटी बहन के साथ आये दिन लड़ाई झगडा होता था। जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक बालमुकुंद निर्मलकर को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। पूछताछ पर आरोपी बालमुकुंद ने पुलिस को बताया कि उसका बडा़ भाई वेदप्रकाश निर्मलकर उससे मारपीट करता था। शराब पीकर आये दिन घर में अपने माता पिता व छोटी बहन को भी मारता पीटता था। उसकी हरकतों से घर के सभी परिजन परेशान थे।
वर्ष 2022 में भी मृतक के द्वारा अपने भाई, मां, बहन को जान से मारने की धमकी देकर मारपीट किया था, जिसके कारण मृतक की मां व छोटी बहन घर से चले गये थे। उसी रंजीश के कारण मृतक के छोटे भाई, उसके पिता और उसकी माता ने हत्या करने की योजना बनाई थी।
इस मामले का खुलासा करते हुए राजनांदगांव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुलदेव शर्मा ने बताया कि वेदप्रकाश को मौत के घाट उतारने की उसके परिजनों द्वारा बानाई गई योजना के तहत बीते 15 मई की रात्रि जब मृतक अपने कमरे में सो रहा था तब आरोपी बालमुकुंद द्वारा घर में रखे टंगिया से मृतक के सिर व गर्दन में 4 से 5 बार लगातार वार कर हत्या को अंजाम दिया गया।
वहीं उसकी मौत के बाद उसके शव को आरोपी भाई और उसके पिता के द्वारा जूट की बोरियों में भरकर शव को ठिकाने लगाने के लिए घर से उठाकर उस रात में ही गांव के ही होरी लाल उमरे के खेत में स्थित कुएं में फेक दिया। वहीं घटना को अंजाम देने के बाद घटना स्थल में मौजूद खून के धब्बो को उसकी मां ने मिटा दिया था। इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
वेदप्रकाश को मौत के घाट उतारने के बाद उसकी हत्या का साक्ष्य छुपाने की नियात से वारदात के दौरान खुन का धब्बा लगा हुआ पलंग का नेवार और आरोपियों के द्वारा पहने कपडो़ को आरोपी बालमुकुंद एवं उसके पिता मनहरण द्वारा गांव के एक मैदान में जला दिया गया था। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त टंगिया और हत्या से संबंधित अन्य साक्ष्य बरामद किया है।
पुलिस ने इस मामले में मृतक के भाई बालमुकुंद, मृतक के पिता मनहरण और मृतक की माता मीना निर्मलकर के विरूद्ध हत्या की शाजिश रचने, हत्या, साक्ष्य छुपाने जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं तीनों आरोपों को गिरफतार कर न्यायिक रिमाण्ड के लिए न्यायालय में पेश किया है।