RAIPUR. छत्तीसगढ़ में BJP सरकार बनने के बाद सीबीआई (CBI) की एंट्री हो गई है। प्रदेश में दो मामलों की जांच कर रही CBI अब महादेव सट्टा एप केस की जांच करेगी। इस मामले में कुल 70 केसेज दर्ज हैं। इन सारे प्रकरणों को सीबीआई को सौंपा गया है। डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने जानकारी दी है। इसके साथ ही सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया।
इस सट्टेबाजी का नेटवर्क राज्य में तेजी से फैला है और इसे मुख्य रूप से भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने संचालित किया है, जो दुबई से अपनी गतिविधियों को नियंत्रित करते थे। इस ऐप के जरिए अवैध सट्टेबाजी की जाती थी। इसमें पोकर, कार्ड गेम और क्रिकेट जैसे खेलों पर सट्टा लगाया जाता था. इस सट्टेबाजी से हुए मुनाफे को हवाला के जरिए होटल बिजनेस और फिल्मों में निवेश किया जाता था।
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बता दें कि ED ने पिछले 16 महीनों से इस मामले की जांच की, जिसमें उन्होंने करीब 6,000 करोड़ रुपए की काली कमाई का खुलासा किया। इसके अलावा, ED ने अपनी चार्जशीट में बताया कि प्रमोटरों ने इस अवैध धन को सफेद करने के लिए शेयर बाजार में 1,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया. अब CBI इस मामले की गहराई से जांच करेगी। दरअसल, प्रदेश में सीबीआई की एंट्री छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021 की भर्ती की जांच से हुई है। इसके अलावा बिरनपुर हिंसा मामले में भी सीबीआई पहले से ही जांच कर रही है। महादेव एप घोटाले की यह तीसरी सीबीआई जांच होगी।
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ऐसे समझें सट्टेबाजी मामला
ऑनलाइन महादेव सट्टा एप सट्टेबाजों के लिए ऑनलाइन दांव लगाने का प्लेटफार्म देता है। इसमें ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि जैसे विभिन्न लाइव गेमों में अवैध सट्टेबाजी के लिए सुविधा मिलती है। कई कार्ड गेम जैसे तीन पत्ती, पोकर, ड्रैगन टाइगर, कार्ड का उपयोग करके वर्चुअल क्रिकेट गेम आदि, यहां तक ये कुछ अन्य एप का इस्तेमाल करके सट्टेबाज दांव लगाते हैं।