NEW DELHI. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) लगातार किताबों कर रहा है। इसी क्रम में 12वीं की पॉलिटिकल साइंस की नई किताब से बाबरी मस्जिद, भगवान राम, श्री राम, रथ यात्रा, कारसेवा और विध्वंस के बाद की हिंसा की जानकारी हटा ली गई है।
वहीं, बुक में बाबरी मस्जिद नाम के बजाय इसे तीन गुंबद वाला ढांचा और अयोध्या विवाद को अयोध्या विषय के नाम से पढ़ाया जाएगा। 4 पेज के टॉपिक को भी दो पेज का कर दिया गया है।
नई किताब आने पर NCERT के डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा- हमें स्कूल में दंगों के बारे में क्यों पढ़ाना चाहिए? हम पॉजिटिव नागरिक बनाना चाहते हैं, न कि वॉयलेंट (हिंसक) और डिप्रेस्ड (अवसादग्रस्त) इंसान।
बता दें कि 2014 के बाद से NCERT की टेक्स्ट बुक में संशोधन का यह चौथा दौर है। 2017 में पहले दौर में NCERT ने हाल की घटनाओं को दर्शाने के लिए संशोधन की जरूरत का हवाला दिया था।
इससे पहले 2018 में सिलेबस के बोझ को कम करने के लिए संशोधन किए गए। 2021 में भी सिलेबस के बोझ को कम करने और छात्रों को कोविड के कारण पढ़ाई में दिक्कत से उबरने में मदद के लिए संशोधन किए गए। NCERT की पुरानी किताब में बाबरी मस्जिद का जिक्र 16वीं शताब्दी की मस्जिद के रूप में किया गया था।
इसे मुगल सम्राट बाबर के सेनापति मीर बाकी ने बनवाया था। नई बुक में इसे तीन-गुंबद वाला स्ट्रक्चर लिखा गया है। इसमें बताया गया है कि तीन गुंबद वाली इमारत को 1528 में श्री राम के जन्मस्थान पर बनाया गया था। इसके भीतरी और बाहरी स्ट्रक्चर में हिंदू प्रतीक और अवशेष स्पष्ट रूप से नजर आ रहे थे।