तीरंदज डेस्क। भ्रष्टाचार के मामले मे भारत को दुनिया भर के 180 देशों में 85 वां स्थान मिला है। भ्रष्टाचार अवधारना सूचकांक (सीपीआई) के सर्वे में 180 देशों की सूची में भारत को 85 वां स्थान मिला है। सीपीआई की रैंकिंग में विशेषज्ञों और व्यवसायियों के अनुसार भ्रष्टाचार के कथित स्तरों के आधार पर यह सूची तैयार की जाती है। जिसमें 0 से 100 अंकों का प्रावधान होता। डेनमा, फिनलैंड, न्यूजीलैंड और नॉर्वे हाईएस्ट स्कोर के साथ इस सूची में सबसे ऊपर है।
इस सूचकांक में भारत को 100 में से 40 अंक मिले हैं । 0 अंकों के साथ भारत सूची में 85 वें नंबर पर है। वह चीन को 45 अंक, इंडोनेशिया का 38, अंक पाकिस्तान को 28, और बांग्लादेश को 26, अंक मिले हैं। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान 140 वां रैंकिंग मेला है। इस सूची में पहले पायदान पर डेनमार्क है। जिसे सर्वाधिक रैटिंग अंक मिले हैं। डेनमार्क को 100 में से 88 अंक मिले हैं। इसके साथ ही फिनलैंड व न्यूजीलैंड भी समकक्ष हैं।
इससे पहले 2020 में भारत इस सूचकांक में 86 में स्थान पर था। ताजा सर्वे में भारत को एक स्थान ऊपर आया है। सर्वे सूची के अनुसार भूटान और चीन को छोड़कर भारत के बाकी सभी पड़ोसी देश नीचे हैं। पाकिस्तान जहां इस सूची में 140वें स्थान पर है। वहीं बांग्लादेश 147 वें स्थान पर है। श्रीलंका को इस रैंकिंग में 102 वें पायदान पर रखा गया है। अफगानिस्तान इस सूची में 174 में नंबर पर है।
मंगलवार को जारी रिपोर्ट में भारत पिछले 1 वर्षों से भ्रष्टाचार के मामले में स्थिर रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार यह भी एक चिंता का विषय हो सकता है।हालिया जारी रैंकिंग में भ्रष्टाचार को लेकर जो रैंकिंग भारत को मिला है इसे लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कमी को जल्द ही दूर किया जाना चाहिए। विशेषज्ञों ने इसे लेकर यह भी कहा है कि भारत की मौजूदा स्थिति में भ्रष्टाचार का यह रैंक देश में राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र के लिए विचारनीय है।