नई दिल्ली (new delhi)। भारत के कबड्डी (kabaddi) खिलाड़ियों (player) की उनके खेल की कीमत कितनी है क्या आपको पता है.. नहीं ना ..हम आज आपको बताते हैं। उनकी सैलरी सुनकर आपको आश्चर्य (Wonder) अवश्य होगा।
भारत के दो कबड्डी खिलाड़ियों की सैलरी पाकिस्तान (Pakistan) के क्रिकेट कप्तान (cricket captain) बाबर आजम से ज्यादा है। पाकिस्तान सुपर लीग में खेलने वाले बाबर को 1.24 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि भारत के कबड्डी खिलाड़ी प्रदीप नरवाल 1.65 करोड़ में बिके थे। इतनी राशि में वे केवल 40 मिनट खेलते हैं।
प्रो कबड्डी लीग के ये हैं दो स्टार खिलाड़ी
पाकिस्तान के खिलाड़ी भले ही पाकिस्तान सुपर लीग की कितनी ही तारीफ कर ले, लेकिन यह लीग भारत की प्रो कबड्डी लीग से भी कहीं पीछे है। पाकिस्तान सुपर लीग में बाबर आजम को 1.24 करोड़ रुपए मिलते हैं, जबकि भारत की प्रो कबड्डी लीग (pro kabaddi league) के स्टार प्रदीप नरवाल और सिद्धार्थ देसाई को उनसे कहीं ज्यादा सैलरी मिलती है। प्रो कबड्डी लीग में खिलाड़ी 40 मिनट तक खेलते हैं, वहीं पाकिस्तान सुपर लीग में एक मैच लगभग चार घंटे का होता है। इसके बावजूद बाबर आजम जैसे अहम खिलाड़ियों को बहुत कम सैलरी मिलती है।
यूपी योद्धा के रेडर की सैलरी है 1.65 करोड़
यूपी योद्धा के रेडर प्रदीप नरवाल की सैलरी 1.65 करोड़ रुपये है। वो इस लीग के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। वहीं उनके बाद सिद्धार्थ देसाई का नाम आता है। देसाई को एक सीजन के लिए 1.30 करोड़ रुपये मिलते हैं। बाबर को इन दोनों खिलाड़ियों से कर 1.24 करोड़ रुपये मिलते हैं। बाबर पाकिस्तान सुपर लीग में प्लैटिनम कैटेगरी के खिलाड़ी हैं। हाल ही में उन्हें कराची किंग्स टीम का कप्तान बनाया गया है।
22 दिसंबर से शुरू होगा पीकेएल का आठवां सीजन
पीकेएल का पिछला सीजन कोरोना की वजह से नहीं खेला जा सका था, लेकिन इस साल यह टूर्नामेंट 22 दिसंबर से शुरु हो रहा है। खिलाड़ी पहले ही बैंगलोर के मैदान में पहुंच चुके हैं और क्वारंटीन पीरियड खत्म होने के बाद वो मैदान में उतरेंगे। इस साल दर्शकों को मैदान में जाकर मैच देखने की अनुमति नहीं होगी। सभी फैंस टीवी के जरिए कबड्डी के मैच का लुत्फ उठा सकेंगे। इस लीग के अब तक सात सीजन हो चुके हैं।
इन मैचों में ये टीम रही थी विजेता
पहला सीजन जयपुर पिंक पैंथर्स ने जीता था, जबकि इसके बाद दूसरा सीजन यू मुंबा के नाम रहा था। तीसरा, चौथा और पांचवां सीजन पटना पायरेट्स ने जीता। वहीं 2018 में बेंगलुरू बुल्स और 2019 में बंगाल वारियर्स की टीम विजेता बनी थी। पटना इस लीग की एकमात्र टीम है, जिसने एक से ज्यादा खिताब जीते हैं।
(TNS)