संजीव कुमार सोनी
GORAKHPUR NEWS. यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की एकोनॉमी 05 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश की एकोनॉमी 01 ट्रिलियन करना होगी। इसके लिए विकास, रोजगार तथा निवेश की आवश्यकता होगी। हर पूँजी चाहे वह स्कूल, चिकित्सालय अथवा मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए हो या उद्योग के लिए हो, वह हमारे लिए निवेश है। पूँजी छोटी हो या बड़ी सबको अवसर दिया जायेगा। क्योंकि वह विकास के साथ युवाओं को रोजगार भी देती है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 35वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने 209 करोड़ रुपये की 79 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने पिकप द्वारा अनुदान प्राप्त 10 उद्योगों को अनुदान राशि का चेक, नाइलिट संस्थान से प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र, एमएसएमई विभाग के लाभार्थियोंं और उद्यमियों को चेक एवं गीडा क्षेत्र में निवेश करने वाली कम्पनियों को आंवटन पत्र का वितरण किया। उन्होंने निवेश मित्र पोर्टल पर गीडा की 20 सेवाओं के एकीकरण की भी शुरुआत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गीडा पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास के प्रमुख हब के रूप में उभरा है। आज यहां 209 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अन्तर्गत निवेशकों को व्यावसायिक सुगमता के लिए गीडा की 20 सेवाओं का निवेश मित्र पोर्टल पर एकीकरण का कार्य भी सम्पन्न हुआ। 1,068 करोडं़ रुपये के उद्योग लगाने के सम्बन्ध में आंवटन पत्र का वितरण किया गया। साथ ही, यहां सफल उद्यमियो को 300 करोड़ रुपये के इन्सेंटिव का भी वितरण सम्पन्न हुआ।
इसके अलावा, कौशल प्रशिक्षण के अन्तर्गत प्रशिक्षित युवाओंं को प्रमाण पत्र वितरण भी किया गया है। यह हमारे लिए खुशी का क्षण है। कार्यक्रम को नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ औद्योगिक विकास मंत्री, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह नेे भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक प्रदीप शुक्ला, राजेश त्रिपाठी, फतेह बहादुर सिंह, महेन्द्र पाल सिंह, विपिन सिंह, सरवन निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पिपरौली व बखीरा पीतल बर्तन कार्य पुनर्जीवित करने की जरूरत
आज ट्रेड शो में बस्ती, गोरखपुर तथा आजमगढ़ मण्डल के स्थानीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों द्वारा स्थापित उद्योगों के उत्पादों को प्रस्तुत किया गया है। यहां बहुत अच्छी-अच्छी वस्तुएं बनाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिपरौली तथा बखीरा में पीतल का कार्य होता है। पहले शादी-विवाह इनके बर्तनों के बगैर सम्पन्न नहीं होता था। आज इसको पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। उन्होंने यहां प्रदर्शनी का अवलोकन किया है। प्रदर्शनी में 150 से अधिक स्टॉल के माध्यम से लोग अपने प्रोडक्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। वे ऑर्डर भी ले रहे हैं और बिक्री भी कर रहे हैं। जब यह प्रोडक्ट पूरे प्रदेश तथा देश के साथ ही, दुनिया के अन्य देशों में भी जायेगा, तो यहां के उत्पादों का गौरव बढ़ेगा। इससे हम सभी का गौरव भी बढ़ेगा।
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उत्पादों को पहचान दिलाने में ट्रेड शो महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के उत्पादों के व्यापार के लिए हमें व्यापारियों तथा निवेशकों को प्रेरित करना होगा, ताकि वे इन उत्पादों को पूरी दुनिया में निर्यात कर सके। इसलिए यह ट्रेड शो एक बहुत अच्छा माध्यम है। प्रदर्शनी में उन्होंने देखा है कि यहां बहुत अच्छे-अच्छे उत्पाद बन रहे हैं। रेडीमेड गारमेण्ट का मार्केट लगा है। गीडा में अच्छे गद्दे तथा फर्नीचर बन रहे हैं। अलग-अलग क्षेत्र के अन्य अच्छे उत्पाद यहां देखने को मिल रहे हैं।
बेहतरीन हुई क्षेत्र में कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतरीन हुई है। आज बस के माध्यम से यहां से अयोध्या होते हुए लखनऊ जा सकते हैं। शीघ्र ही, लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से भी लखनऊ जाने का मार्ग प्राप्त होगा। अब यहां से केवल साढ़े तीन घण्टे में लखनऊ तथा ढाई घण्टे में वाराणसी पहुंचा जा सकता है। शासन द्वारा व्यक्ति के जीवन को आसान बनाने के लिए अन्य सभी सुविधाएं लगातार विकसित की जा रही हैं। इस क्षेत्र में विकास तथा गीडा को आगे बढ़ाने में यहां के जनप्रतिनिधियों का भी बड़ा योगदान है। इसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं।
यूपी के हर जिले में बेहतरीन माहौल दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन द्वारा उत्तर प्रदेश के हर जनपद में बेहतरीन माहौल तैयार किया गया है। माफिया, भ्रष्टाचार तथा गुण्डाराज से सख्ती से निपटकर यह माहौल तैयार किया गया है। इसी का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में निवेशक निवेश करने आ रहे है। प्रदेश में अच्छी अवसंरचना तथा कनेक्टिविटी तैयार की गयी है। एयर, रेलवे तथा सड़कों के सुदृढ़ीकरण द्वारा कनेक्टिविटी बेहतर की गयी है। परिणामस्वरूप लोग आसानी से निवेश के लिए आ रहे हैं। शासन द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से यह कार्य आगे बढ़ाये जा रहे हैं। लोग भी इन कार्यक्रमों से जुढ़ रहे हैं और विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
झाँसी में बन रहा नया औद्योगिक शहर
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में केवल नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में ही औद्योगिक प्रसार नहीं हो रहा है, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी इसका प्रसार किया जा रहा है। प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में झांसी में एक नया औद्योगिक विकास केन्द्र बनने जा रहा है। यहां 36,000 एकड़ क्षेत्रफल में एक नया औद्योगिक शहर बसाया जा रहा है। जब यह शहर बसेगा, तो लाखों युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। योगी ने कहा कि अब वह दिन चले गये, जब उत्तर प्रदेश का नौजवान नौकरी के लिए दुनिया के विभिन्न स्थानों पर जाता था। जहां पर उसके सामने पहचान का संकट रहता था। शासन की प्रतिबद्धता से अब नौजवानों को उनके घर में ही रोजगार के साथ ही, सुरक्षा का बेहतर माहौल भी प्राप्त होगा। जो निवेशक यहां निवेश कर रहे हैं, वे निवेश के साथ-साथ यहां के युवाओं को प्रशिक्षित करने का कार्य भी करें।
विस्तृत भूमि बैंक का लक्ष्य जल्द
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले लोग उद्योग लगाने के लिए जमीन तलाश करते थे, लेकिन उन्हें जमीन नहीं मिलती थी। आज गीडा 800 एकड़ क्षेत्रफल में फैल चुका है और निरन्तर आगे बढ़ रहा है। धुरियापार एवं आसपास के क्षेत्रों में भी 5,500 एकड़ का भूमि बैंक विकसित किया जा रहा है। इससे गीडा के पास विस्तृत भूमि बैंक होगा। अब यहां कोई भी उद्यमी आकर विश्वस्तरीय सुविधा के साथ अपना उद्योग लगा सकता है। उद्योग के विकास के साथ ही, यहां आन्तरिक सुविधाओं जैसे बिजली, सडक़ आदि को भी सुदृढ़ किया जा रहा है।
धरातल पर उतरे विभिन्न उद्योग
पहले इस क्षेत्र मेंकोई निवेश नहीं करता था। किन्तु आज यहां निवेश की झड़ी लग चुकी है। सीएम योगी ने कहा कि विगत 05 से 06 वर्ष में यहाँ 4,500 करोड़ रुपये के निवेश को जमीनी धरातल पर उतारकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के हजारों नौजवानों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है। गैलेन्ट इस्पात, ज्ञान डेयरी, वरुण बेवरेजेड़, अंकुर उद्योग, तत्वा प्लास्टिक जैसे विभिन्न उद्योगों को जमीनी धरातल पर उतारा गया है। यहां के आईटीआई एवं अन्य संस्थानों में पढ़ रहे युवाओं के स्किल डेवलपमेंट के लिए नाइलिट के साथ भी समझौता किया गया है। इसके लिए नाइलेट को आवास, भूमि की सुविधा दी गयी है, जिससे यहां का युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी रुचि के अनुसार रोजगार प्राप्त कर सकता है।
निवेश के लिए बेहतरीन यूपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यहां पर निवेश करने वाले उद्यमियों को इन्सेंटिव नहीं दिया जाता था, परन्तु आज शासन द्वारा 300 करोड़ रुपये इन्सेंटिव का वितरण भी किया गया है। यह प्रोत्साहन बिना किसी सिफारिश तथा हस्तक्षेप के मिल रहा है। यह चीजें बताती हैं कि आज उत्तर प्रदेश निवेश के एक बेहतरीन गन्तव्य के रूप में स्थापित हो चुका है, जो निवेश के लिए सुरक्षित वातावरण का बेहतरीन मॉडल दे रहा है। देश में निवेशकों को सुरक्षित वातावरण देने वाले राज्यों में प्रदेश अग्रणी स्थान बना चुका है।
वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस को और सरल करना होगा। सुगमता के साथ सुरक्षा का बेहतरीन माहौल देते हुए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण द्वारा स्थानीय स्तर पर रोजगार की गारण्टी देनी होगी। साथ ही, हमें एक बड़े भूमि बैंक के माध्यम से अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करना होगा। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2027 तक देश को 05 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प के साथ हमें भी जुडऩा होगा। इसी सन्दर्भ में उत्तर प्रदेश ने भी वर्ष 2027-28 तक अपनी अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य तय किया है।
40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पहले उत्तर प्रदेश में निवेश नहीं होता था। आज वहां बेहतरीन माहौल के कारण ही 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इससे 1.5 करोड़ युवाओं के लिए नौकरी की गारण्टी प्राप्त हुई है। यह सरकार की गारण्टी है जो 100-200 नहीं बल्कि लाखों की संख्या में युवाओं को नौकरी की गारण्टी दे रही है। शासन किसी भी युवा को बेरोजगार नहीं रहने देगा। हम हर हाथ को काम देने का कार्य करेंगे। इसके लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के स्तर से विभिन्न प्रयास शुरू किये गये हैं।
औद्योगिक माहौल के लिए माफिया राज गुण्डाराज समाप्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक माहौल के लिए माफिया राज गुण्डाराज को समाप्त किया गया तथा भ्रष्टाचार पर प्रहार किया गया। उद्योग लगाने के लिए लैण्ड बैंक बनाया गया। उद्योगों की मांग के अनुसार स्किल्ड मैनपावर के लिए नाइलिट जैसी संस्थाओं से समझौता किया गया। इन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप गोरखपुर में गीडा लगातार आगे बढ़ रहा है। 1989 में गीडा की स्थापना के बाद भी यहां 10 वर्ष तक कोई उद्योग नहीं लग पाया था। किन्तु शासन ने जब किसानों से संवाद बनाया तथा उद्यमियों को सुविधाएं दीं, तो यहां आज हजारों करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। आगे भी यहां बड़े पैमाने पर निवेश होगा।