NEW DELHI NEWS. देश में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी ऑनलाइन मोड में नहीं होगी। इसे पेन और पेपर मोड में कराया जाएगा। परीक्षा एक ही दिन में होगी। यह फैसला शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालयों के बीच बैठक के बाद लिया गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नीट देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा है। इसे एनटीए ही आयोजित करता है।
2024 में इसमें रिकॉर्ड 24 लाख से ज्यादा उम्मीदवार बैठे थे। देश में एमबीबीएस के लिए 1.08 लाख सीटें हैं। इनमें से लगभग 56 हजार सीटें सरकारी अस्पतालों और 52 हजार निजी कॉलेजों में हैं। पिछले साल पेपर लीक विवाद के बाद परीक्षा सुधारों के लिए जब दबाव बढ़ा तो नीट-यूजी को ऑनलाइन मोड में कराने की चर्चा हुई। लेकिन, फिलहाल इस मोड में परीक्षा नहीं होगी।
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एनटीए की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार सभी चिकित्सा संस्थानों में स्नातक चिकित्सा शिक्षा में प्रवेश के लिए NEET (UG) को एक सामान्य और समान राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET (UG)) के रूप में आयोजित किया जाना है। इसी तरह, राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग अधिनियम, 2020 की धारा 14 के अनुसार, प्रत्येक विषय यानी बीएएमएस में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक समान एनईईटी (यूजी) होगा।
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इस अधिनियम के तहत शासित सभी चिकित्सा संस्थानों में भारतीय चिकित्सा प्रणाली के बीयूएमएस और बीएसएमएस पाठ्यक्रम राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के तहत बीएचएमएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भी लागू होंगे। परीक्षा का सिलेबस कक्षा 11वीं और 12वीं के भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान पर आधारित होगा। इसे 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा। साथ ही, NMC ने 2025 के पाठ्यक्रम में संशोधन किया है, जिसे उम्मीदवार एनएमसी की आधिकारिक वेबसाइट nmc.org या एनटीए पोर्टल nta.ac.in पर देख सकते हैं।