BHILAI. छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्यवाही इन दिनों काफी ज्यादा सक्रिय है। लेकिन कुछ दिनों पहले दुर्ग जिले में फर्जी ईडी के अधिकारी पहुंचे जिससे जिले में सनसनी फैल गई। इन फर्जी ईडी के अधिकारियों ने दुर्ग के धान व्यापारी विनीत गुप्ता के पास से नकली आईडी कार्ड दिखाकर दो करोड़ ठग लिए और फरार हो गए। धन व्यापारी ने इसकी शिकायत मोहन नगर थाना में की थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा अलग-अलग टीम बनाई गई और उन्हें मुंबई रवाना किया गया। दुर्ग पुलिस ने तीन दिनों के अंदर इस गिरोह के 09 लोगों को पकड़ने में बड़ी सफलता पाई है।
ये मुंबई से किसी एजेंट के जरिये आये हुए थे। एजेंट इन्हें छत्तीसगढ़ के बड़े व्यापारियों के बारे में जानकारी देता था। आरोपियों ने एजेंट को यह बताया था कि यदि वो बड़े व्यापारियों को प्लान में पैसे इन्वेस्ट करने के लिए मना लेता है तो उसे भी बड़ा मुनाफा मिलेगा। एजेंट को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि ये आरोपी इस प्रकार की घटना को अंजाम देंगे। एजेंट ने दुर्ग के कुछ व्यापारियों को प्लान में पैसे लगाने के लिए मना लिया जिसके बाद सभी व्यापारियों ने पैसे इकट्ठे करके दुर्ग के धान व्यापारी विनीत गुप्ता के ऑफिस में रख दिए।
27 जून को अचनाक धान व्यापारी विनीत गुप्ता के ऑफिस के सामने काले रंग की स्कॉर्पियों आकर रूकती है जिससे 05 लोग उतरते है। ये लोग सीधा विनीत गुप्ता के ऑफिस में घुस जाते है और नकली आईडी कार्ड दिखाकर खुद को ईडी का अधिकारी बताने लगते है। इसके बाद आरोपियों ने बैग में रखे दो करोड़ उठाये और विनीत गुप्ता को साथ में चलने को कहा। गाड़ी में बैठने के बाद ये लोग महाराष्ट्र की ओर जाने लगे और राजनांदगाव के पास विनीत को बीच सड़क में उतार दिया।
विनीत गुप्ता ने इसकी शिकायत मोहन नगर थाना में की जिसके बाद पुलिस द्वारा जांच-पड़ताल करने पर यह बात सामने आई कि ये लोग फर्जी ईडी के अधिकारी है और पहले भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे चुके हैं। सीसीटीवी फुटेज और आसपास पूछ-ताछ करने पर पता चला की ये लोग महाराष्ट्र के ओर गए हुए है। दुर्ग पुलिस द्वारा अलग-अलग टीम बनाकर मुंबई के लिए रवाना किया गया। जहां कड़ी जांच-पड़ताल और तीन दिनों तक चली कार्यवाही के बाद आखिर इस गिरोह के 09 आरोपियों को दुर्ग पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।