रायपुर (Raipur)। पेट्रोल और डीजल पर से वैट कम कर के केन्द्र सरकार (central government) ने बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल (Petrol-(Diesel) के दामों पर से एक्साइज ड्यूटी (excise duty) घटाई गई है। इससे प्रदेश में पेट्रोल 5 रुपये सस्ता हो गया है। इस पहल से आम जनता का आर्थिक बोझ कुछ कम हुआ है। माना जा रहा है कि त्योहार पर वैट कम कर केंद्न ने जनता को तोहफा दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगे भी ऐसा ही प्रयास होगा। छत्तीसगढ़ सरकार से भी आम लोगों ने उम्मीद जताई है कि वे भी पहल करे। ऐसा हो जाए तो पेट्रोल और डीजल के दाम और कम हो जाएंगे। जनता का कहना है दोनों ही सरकारों को दाम कम करने और पहल करनी चाहिए।
ज्ञात रहे कि दीपावली त्योहार पर केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल से वैट कम कर दिया है। दामों पर से एक्साइज ड्यूटी है। भाजपा शासित राज्यों (states) ने पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर दिया है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस शासित किसी भी राज्य ने वैट नहीं घटाया है। इस बात को लेकर सियासी दंगल (political riots) शुरू हो गया है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
हमने नहीं बढ़ाया तीन साल में एक पैसा
मामले में मुख्यमंत्री (Chief Minister) भूपेश बघेल ने वैट घटाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कहा है कि बीजेपी शासित राज्यों में वैट घटाने की बात कही जा रही है, लेकिन इसको लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाकर वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रही है, जबकि यूपीए सरकार के समय जितनी सेंट्रल एक्साइज़ ड्यूटी थी, अब भी उसी स्तर पर ले आए हम उसका स्वागत करेंगे। छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार ने अपने कार्यकाल में टैक्स के दाम तय किए गए थे, उससे एक पैसा भी हमने पिछले 3 सालों में नहीं बढ़ाया। पेट्रोल के पांच रुपए कम कर केंद्र जनता को लॉलीपॉप दिखा रही है। पहले 30 रुपए दाम बढ़ा दिए गए। उसके बाद 5 रुपए दाम कम किए गए।
इसलिए आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दरअसल केंद्र सरकार ने दीपावली के एक दिन पहले पेट्रोल-डीजल के दामों पर एक्साइज ड्यूटी कम कर दी थी, जिसके बाद बीजेपी शासित राज्यों ने भी केंद्र की तर्ज पर कच्चे तेल के दामों में वैट कम कर दिया, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों ने वैट कम नहीं किया। जिससे कांग्रेस बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को कम करना चाहिए टैक्स
पंप पर पेट्रोल डलवाने पहुंचे अशोक पटेल ने कहा केंद्र की पहल राहत भरी है। ऐसा ही प्रयास आगे होना चाहिए। पेट्रोल में 20 से 30 रुपए तक दाम कम होना चाहिए। कार में पेट्रोल डलवाने पहुंचे योगेश सिंह ने कहा केंद्र के साथ राज्य भी पहल करे। उन्हें भी टैक्स घटाना चाहिए तभी पेट्रोल के दाम कम हो पाएंगे। अनिल देशमुख ने कहा केवल पांच रूपए दाम कम कर देने से क्या होता है। चार महीने में 30 रुपए से ज्यादा बढ़ गए। केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों को टैक्स कम करना चाहिए।
(TNS)