रायपुर। रायपुर से 20 किलोमीटर दूर स्थित चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्यों का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकार्पण किया। इस मौके पर परिसर के प्रवेश द्वार पर बनाई गई भगवान राम की 51 फीट ऊँची प्रतिमा का भी लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने माता कौशल्या और बालरूप में माता की गोद में विराजित रामलला की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस मौके पर लाइट एंड फायर शो का भी आयोजन किया गया।
राम वन गमन पथ विकास योजना के तहत चंदखुरी में कराए गए पहले चरण के विकास कार्यों का लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बस द्वारा मंदिर परिसर पहुंचे। तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुस्र्आत मुख्यमंत्री ने भगवान राम की प्रतिमा और सौंदर्यीकरण कार्य के लोकार्पण से की। इस दौरान मानस मंडलियों ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा और गो सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास सहित संसदीय सचिव, विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सीएम ने मानस मंडली के साथ की संगत
लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान सीएम भूपेश बघेल मानस मंडली के बीच में बैठ गए और वाद्य यंत्र के साथ मंडली में संगत की। उनका यह रूप लोगों के लिए चौंकाने वाला था। सीएम ने पूरी तन्मयता से संगत की।
माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर
बता दें कि चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर दुनिया का एकमात्र मंदिर माना जाता है। मंदिर की एक विशेषता यह है कि यहां रामलला बाल रूप में माता कौशल्या की गोद में है। माता कौशल्या का यह प्राचीन मंदिर चंदखुरी के जलसेन तालाब के बीचों-बीच स्थित है।
(TNS)